दो करोड़ की ठगी का खुलासा, फर्जी IB अफसर बन करते थे वारदात

Unidentified miscreants detain vehicles by fake IB officers
दो करोड़ की ठगी का खुलासा, फर्जी IB अफसर बन करते थे वारदात
दो करोड़ की ठगी का खुलासा, फर्जी IB अफसर बन करते थे वारदात

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। फर्जी आईबी अधिकारी बनकर जबलपुर एवं सिवनी में बड़े पैमाने पर वाहनों की धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपी दिनेश अंकर ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। आरोपी ने बताया कि उसने अब तक दो करोड़ के वाहनों की धोखाधड़ी की है। आरोपी ने कबूल किया कि गिरोह ने अब तक 258 वाहनों की ठगी की है।

गौरतलब है कि दिनेश अंकर को बालाघाट से ओमती पुलिस पकड़कर  शुक्रवार को जबलपुर लाई। पुलिस ने उसके साथी शक्ति सिंह बघेल एवं हरिकांत भारद्वाज को पुलिस ने चार दिन पहले ही पकड़ लिया था। इन तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिन की पुलिस रिमांड पर ओमती पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि जबलपुर में उसने एक करोड़ के वाहनों की ठगी के पहले सिवनी में भी इसी तरह से फिल्मी स्टाइल में वाहन एजेंसियों को धोखा देकर ठगा था। पुलिस से पूछताछ में दिनेश अंकर ने खुलासा किया है कि पहले उसने पिछले साल सितंबर में सिवनी की वाहन एजेंसी को ठगा था। यहां पर पहले उन्होंने एक दर्जन वाहन खरीदे और उसका पैसा भी चुकाया, लेकिन बाद में 123 वाहन खरीदे और उसके बदले में जो चैक दिया वह बाउंस हो गया। सिवनी में धोखेबाजी में मिली सफलता मिलने के बाद उसने अपने दोनों साथियों के साथ जबलपुर की ओर रुख किया । यहां पर उन्होंने पहले वाहन एजेंसियों की रेकी की और फिर भंवरताल की यामाहा एजेंसी को ठगी के लिए चुना। यहां से भी  गिरोह ने खुद को आईबी का अधिकारी बताकर 135 वाहनों की ठगी की और फर्जी चैक थमा कर भाग निकले।

टीआई अरविंद चौबे ने बताया कि अब तक ओमती पुलिस ने 30 वाहन बरामद कर लिए हैं। जिन लोगों ने आधे दामों में ठगी के वाहन खरीदे हैं उनमें हड़कंप मचा हुआ है। जो वाहन जब्त हुए हैं उनमें से अधिकांश की बरामदगी जबलपुर से की गई है। अब ओमती पुलिस का एक दल सिवनी एवं मंडला और बालाघाट जायेगा और वहां बेचे गए वाहनों की बरामदगी करेगा। 
 

Created On :   5 Aug 2017 4:19 AM GMT

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