इंडिया, जापान और ऑस्ट्रेलिया की तिकड़ी मिलकर दे सकती है चीन को चुनौती
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर का मानना है कि इंडिया और जापान के साथ मिलकर किया गया हाल का मालाबार सैन्य अभ्यास चीन के लिए सिरदर्द बन गया है। ऐसे में अगर ऑस्ट्रेलिया भी ऐसे किसी अभ्यास में जुड़ता है तो फिर चीन को घेरना आसान हो जाएगा।
यूएस पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस ने कहा कि अमेरिका अपने अन्य रक्षा सहयेागी देशों के समकक्ष इंडिया को भी देखता है। उन्होंने सैन्य अभ्यासों पर चीन की परेशानी को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा है कि अमेरिका, भारत और जापान के बीच बढ़ती साझेदारी हिंद-एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाकर रखने के लिए है। एडमिरल ने कहा भारतीय सेना के Modernization के लिए अमेरिका तत्पर है और अगर दोनों देश साथ मिलकर Defense cooperation में काम करें तो और बेहतर होगा।
रक्षा व्यापार में लगातार इजाफा
एडमिरल ने कहा, "पिछले कुछ सालों में अमेरिका और भारत के बीच रक्षा व्यापार करीब 15 अरब डॉलर तक पहुंच गया है और अगले कुछ सालों में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, क्योंकि Latest military equipment including US fighter aircraft, latest unmanned aircraft के लिए अमेरिका भारत के साथ खड़ा हुआ है। हम भारत के साथ कई सालों से लगातार मालाबार अभ्यास श्रृंखला सहित समुद्री अभ्यास में भागीदार रहे हैं। मुझे लगता है कि भारत, जापान और अमेरिका के बीच यह त्रिपक्षीय संबंध हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है"। उन्होंने कहा कि हम इस अभ्यास के लिए ऑस्ट्रेलिया को भी साथ लाकर, इसे मजबूती प्रदान कर सकते हैं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर में अपना अलग वर्चस्व रखता है और यह भारत और ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वहीं हैरिस ने हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी पनडुब्बियों के बारे में जानकारी साझा करने से परहेज किया।
Created On :   13 Aug 2017 2:07 PM GMT