बाबा ने दंगा भड़काने के लिए बनाई थी 'ए टीम'
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। रेप केस में सीबाआई कोर्ट का फैसला आने से पहले ही राम रहीम के समर्थकों ने एक "युवा ब्रिगेड" का गठन किया था। पंजाब पुलिस ने जांच में पाया कि उनका प्लान यहां राज्य में आगजनी, तोड़फोड़ और दंगा करने का था। राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद पंजाब में मालवा क्षेत्र के 7 जिलों में राज्य, केन्द्रीय सरकारी कार्यालयों और संपत्तियों को क्षतिग्रस्त करने के अलावा आगजनी की 28 घटनाएं हुईं।
युवा ब्रिगेड को मिला था "कोड वर्ड"
पंजाब के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संगरूर के SSP मनदीप सिंह सिद्धू ने मीडिया को बताया कि डेरा प्रमुख के खिलाफ कोर्ट का फैसला आने से लगभग 15 दिन पहले इस युवा ब्रिगेड का गठन कर लिया गया था, जिसे "ए टीम" का कोड वर्ड दिया गया। पुलिस ने संगरूर में कथित रूप से आगजनी और दंगों में शामिल मुख्य आरोपी की पहचान भी की है। SSP ने बताया कि इनकी पहचान दुनी चंद,पृथी चंद और बिट्टू के रूप में की गर्इ हैं और वे फरार है।
अकेले संकरूर जिले में 12 हिंसक घटनाएं
पुलिस ने बताया कि डेरा प्रमुख को दोषी ठहराए जाने के बाद केवल संगरूर जिले से ही हिंसा की 12 घटनाएं सामने आर्इ। SSP ने कहा, "हमने आगजनी और उपद्रव करने के सिलसिले में एक महिला समेत 23 लोगों को गिरफ्तार किया हैं।" पुलिस ने संगरूर जिले में हिंसा के दौरान 23.72 लाख रुपए की संपत्ति क्षतिग्रस्त होने का आंकलन किया है। क्षतिग्रस्त संपत्तियों में पावर ग्रिड, टेलीफोन एक्सचेंज और सेवा केन्द्र शामिल हैं। SSP ने कहा, "हम डेरा से इस नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार को व्यय की विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगे।" गौरतलब है कि गत शुक्रवार को रेप के एक मामले में गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के कुछ मिनटों बाद ही पंचकूला में पिछले कुछ दिनों से इकट्ठा उनके अनुयायियों ने जबरदस्त हिंसा की, जिसमे 38 लोगों की मौत हो गर्इ और 250 से अधिक लोग घायल हुए थे।
Created On :   28 Aug 2017 11:54 AM GMT