भारत के अद्भुत और रहस्यमयी प्राचीन मंदिर, देखें तस्वीरें
डिजिटल डेस्क। हजारों साल के विशाल और मनोरम इतिहास में कुछ सच में चौंकाने वाले और आश्चर्यजनक रहस्य हैं। यह केवल वर्तमान या कुछ साल पहले के बारे में नहीं है - सदियों पुराने मंदिरों के कुछ प्रमुख तत्व अभी भी अज्ञात तथ्यों से भरे हुए हैं। भारत विभिन्न संस्कृति और धर्मों का देश है, दुनिया में सबसे अधिक धर्म भारत में है। भारत के प्रसिद्ध धार्मिक पूजा स्थलों में से कुछ हरीद्वार, कुंभ का मेला, बारह ज्योतिर्लिंग, मीनाक्षी मंदिर और चार धाम यात्रा आदि है। जहां देश-दुनिया से लोग दर्शन के लिए आते हैं। आज हम आप को भारत के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं।
प्रभु श्रीराम की जन्म नगरी होने से अयोध्या उच्चकोटि के सन्तों की भी साधना-भूमि रही। यहां के अनेक प्रतिष्टित आश्रम ऐसे ही सन्तों ने बनाये। इन सन्तों में स्वामी श्रीरामचरण दास जी महाराज 'करुणासिन्धु जी' स्वामी श्रीरामप्रसादाचार्य जी आदि हैं।
समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर आंध्र प्रदेश के चित्तुर स्थित तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं के साथ ही पर्यटकों के आकर्षण का भी केंद्र है।
वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन बुद्ध का जन्म नेपाल के लुम्बिनी में ईसा पूर्व 563 को हुआ था। इसी दिन 528 ईसा पूर्व उन्होंने भारत के बोधगया में सत्य को जाना और इसी दिन वे 483 ईसा पूर्व को 80 वर्ष की उम्र में भारत के कुशीनगर में निर्वाण (मृत्यु) को प्राप्त हुए। यह तीनों ही स्थान बौद्ध और हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं।
वैष्णो देवी मंदिर हिन्दुओ के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है यह मंदिर देवी आदि शक्ति को समर्पित है, जम्मू-कश्मीर में कटरा की पहाड़ियों में स्थित वैष्णो देवी मंदिर 5300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है यह मंदिर माँ दुर्गा पर आस्था और श्रद्धा की एक बहुत बड़ी मिसाल है तथा माता के कुछ पहाड़ी पर स्थित मंदिरो मे से एक है।
कैलाश पर्वत और मानसरोवर को धरती का केंद्र माना जाता है। यह हिमालय के केंद्र में है। मानसरोवर वह पवित्र जगह है, जिसे शिव का धाम माना जाता है। मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत पर भगवान शिव साक्षात विराजमान हैं। यह अद्भुत स्थान रहस्यों से भरा है। कैलाश पर्वत दुनिया के 4 मुख्य धर्मों- हिंदु, जैन, बौद्ध, और सिख धर्म का धार्मिक केंद्र है।
बद्रीनाथ जिसे बद्रीनारायण मंदिर भी कहा जाता है, अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु के रुप बद्रीनाथ को समर्पित है। यह स्थान हिंदु धर्म के चार धामों में से एक है। गंगा नदी की मुख्य धारा के किनारे बसा यह तीर्थस्थल हिमालय में समुद्र तल से 3,050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
Created On :   8 March 2019 1:29 PM IST