बैंक धोखाधड़ी रोकने के लिए RBI ने शुरू किया सरकारी बैंकों का स्पेशल ऑडिट

बैंक धोखाधड़ी रोकने के लिए RBI ने शुरू किया सरकारी बैंकों का स्पेशल ऑडिट

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-11 12:52 GMT
बैंक धोखाधड़ी रोकने के लिए RBI ने शुरू किया सरकारी बैंकों का स्पेशल ऑडिट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकारी बैंकों में पिछले महीने सामने आई एक के बाद एक कई बैंक धोखाधड़ी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा कदम उठाया है। रिजर्व बैंक ने सरकारी बैंकों के विशेष ऑडिट की प्रक्रिया शुरू की है। इस ऑडिट में मुख्य ध्यान ट्रेड फाइनैंसिंग और बैंकों द्वारा जारी किए जाने वाले लेटर्स ऑफ अंडरस्टेंडिंग (LoU) पर दिया जाएगा। बैंक फ्रॉड को रोकने के लिए रिजर्व बैंक के इस कदम को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से उनके द्वारा जारी किए गए LoU की जानकारी मांगी है। इसमें सम्बंधित व्यक्ति जिसे LoU जारी किए गए हैं, उस पर बकाया राशि कितनी है, यह भी जानकारी मांगी गई है। रिजर्व बैक इस स्पेशल ऑडिट में यह भी देखेगा कि बैंकों के पास ऋण सीमा की पहले से अनुमति थी या नहीं। यह भी जांच की जाएगी कि लेटर्स ऑफ अंडरस्टेंडिंग जारी करने से पहले उनके पास पर्याप्त नकद मार्जिन उपलब्ध था भी या नहीं।

बता दें कि फरवरी के शुरुआती हफ्ते में ही पंजाब नेशनल बैंक में साढ़े बारह हजार करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ था। इसमें नीरव मोदी और मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं।घोटाले के ये दोनों मुख्य आरोपी वर्तमान में देश से बाहर हैं। इसके बाद रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी द्वारा साढ़े तीन हजार करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा हुआ था। इसके बाद एक के बाद एक कई बैंक धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे। दिल्ली के हीरा निर्यातक द्वारका दास सेठ इंटरनेशनल के खिलाफ भी ओरिंएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में 389.85 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। ये सभी मामले ट्रेड फाइनेंसिग से जुड़े हुए हैं। इनके अलावा जानबूझ कर लोन नहीं चुकाने के भी कई मामले ट्रेड फाइनेंसिंग से जुड़े रहे हैं। 

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