खौफ: अमरावती के मंदिर परिसर में आ धमका तेंदुआ, जान बचाने छिपी रहीं चार महिलाएं

  • राजापेठ पुलिस और वन विभाग के दल ने निकाला बाहर
  • छत्री तालाब - भानखेड़ा मार्ग पर हनुमान मंदिर में मना रहे थे बच्चे का जन्मदिन
  • मुंह में शिकार लेकर टेकड़ी की ओर बढ़ रहे तेंदुए को देख उड़े सभी के होश

डिजिटल डेस्क, अमरावती। शहर से सटे वडाली और पोहरा वनपरिक्षेत्र में मानवीय हस्तक्षेप पिछले कुछ वर्षों से बढ़ता जा रहा है। नतीजतन आसपास के परिसर में लोगों को दिन में तेंदुए दिखाई दे रहे है। ऐसी ही एक घटना मंगलवार को दोपहर 12 बजे के दौरान छत्री तालाब -भानखेड़ा जाने वाले मार्ग पर स्थित हनुमान मंदिर के पास घटित हुई।

यहां हनुमान मंदिर में बच्चे का जन्मदिन मनाने आए कुछ लोगों को अचानक तेंदुआ सामने दिखाई दिया। तेंदुए को देखकर लोगों में अफरा-तफरी मच गई। जान बचाकर लोग इधर-उधर भागने लगे। उसी समय चार महिलाएं समीप की टेकड़ी पर स्थित शिव मंदिर में दर्शन करने गई। उसी टेकड़ी पर शिव मंदिर के पास यह तेंदुआ पहुंचा। जिससे महिलाओं ने लगभग एक घंटा खुद को मंदिर में कैद कर लिया। घटना की जानकारी पुलिस नियंत्रण कक्ष को दी गई। राजापेठ पुलिस और वन विभाग के दल ने मौके पर पहुंचकर इन महिलाओं को बाहर निकाला।

जानकारी के अनुसार छत्री तालाब से भानखेड़ा मार्ग वडाली वनपरिक्षेत्र के तहत आता है। इस वनक्षेत्र में तेंदुए की संख्या बड़ी मात्रा में है। मंगलवार को सुबह एक परिवार छत्री तालाब से आगे रहने वाले हनुमान मंदिर पर बच्चे का जन्मदिन मनाने गया। यहां उन्होंने जन्मदिन में शामिल होने वाले लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी। उसी समय चपराशीपुरा निवासी ज्योति व दिव्या नामक महिलाओं के साथ अन्य दो महिलाएं हनुमान मंदिर के पास टेकड़ी पर स्थित शिव मंदिर में भगवान को प्रसाद चढ़ाने टेकड़ी पर गई। उनके साथ आदित्य सहारे व सुजल नामक दो लड़के भी थे। महिलाएं शिव मंदिर में दर्शन कर रही थीं।

उसी समय एक तेंदुआ मुंह में शिकार लेकर टेकड़ी की ओर बढ़ रहा था। इस तेंदुए को देख सभी घबरा गए। चारों महिलाओं के साथ आदित्य व सुजल ने स्वयं को मंदिर में बंद कर लिया। नीचे हनुमान मंदिर में जन्मदिन मनाने आए लोगों में अफरा-तफरी मच गई। वहां उपस्थित किसी ने तत्काल घटना की जानकारी डायल 112 पर पुलिस को दी। खबर मिलते ही राजापेठ पुलिस व वडाली वन विभाग का दल मौके पर पहुंचा और मंदिर में स्वयं को कैद करने वाली महिलाओं को बाहर निकाला गया।

रात को छोड़ा आधा शिकार लेने आया था : वन अधिकारियों के अनुसार तेंदुआ दरअसल दोपहर के समय शिकार नहीं करता। इस तेंदुए ने रात के समय शिव मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर बकरी का शिकार किया था। मृत अाधी बकरी तेंदुए ने बीच रास्ते में छोड़़ दी थी। अपना यह छोड़ा हुआ अाधा शिकार लेने मंगलवार को दोपहर 12 बजे के करीब तेंदुआ फिर वहां पहुंचा। मृत बकरी को मुंह में पकड़कर वह शिव मंदिर की पहाड़ी की ओर जा रहा था। परिसर में लगभग एक घंटे तक तेंदुए की दहशत देखी गई।

Created On :   22 May 2024 9:00 AM GMT

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