दहशत: अब हनुमान गढ़ी - कंवरधाम परिसर में नजर आया तेंदुआ, श्वान का किया शिकार

अब हनुमान गढ़ी - कंवरधाम परिसर में नजर आया तेंदुआ, श्वान का किया शिकार
  • सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ तेंदुआ
  • अचानक तेंदुआ आने से भारी अफरा-तफरी मची
  • वन विभाग ने महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला

डिजिटल डेस्क, अमरावती। बुधवार रात 1 बजे हनुमान गढ़ी की पार्किंग में तेंदुए ने एक श्वान का शिकार किया। रात ठीक 1 बजे यह तेंदुआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। यह वीडियो वायरल होने के साथ ही दस्तूर नगर से मालखेड़ मार्ग से आने-जाने वाले और खासकर खेती-किसानी के काम करने वालों में तेंदुए की दहशत है। दो दिन पहले 21 मई को दोपहर 12 बजे छत्री तालाब से भानखेड़ा मार्ग पर हनुमान मंदिर निकट टेकड़ी पर स्थित महादेव मंदिर में दर्शन करने पहुंची महिलाओं के सामने अचानक तेंदुआ आने से यहां भारी अफरा-तफरी मच गई थी।

आखिरकार पुलिस और वडाली वनविभाग के दल ने मंदिर के पास पहुंचकर महिलाओं को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला था। इस घटना के दूसरे ही दिन फिर तेंदुआ दिखाई देने से दस्तूर नगर से मालखेड़ मार्ग अब रात में सुरक्षित नहीं रहा।

जानकारी के अनुसार कंवरधाम के ठीक सामने हनुमान गढ़ी परिसर है। यहां 111 फीट ऊंचाई वाली हनुमानजी की भव्य मूर्ति स्थापित की जाने वाली है। जिसका काम वर्तमान में शुरू है। यह परिसर वडाली वन परिक्षेत्र में आता है। पिछले दिनों यहां हुए महाशिवपुराण कार्यक्रम के चलते बड़ी मात्रा में जंगल के पेड़ों की सफाई की गई। जिससे अब वड़ाली वन परिक्षेत्र के वन्यजीव परिसर में रहने वाली बस्तियों की ओर अपना रूख करने लगे हैं।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए घटनाक्रम के अनुुसार हनुमान गढ़ी के ठीक सामने कंवर धाम की पार्किंग में 22 मई की रात एक पीले रंग की ट्रैवलर के साथ ही अन्य तीन फोर व्हीलर वाहन खड़े हंै। इस पार्किंग स्थल के पास काफी स्ट्रीट लाइट लगे हैं। इस उजाले में एक तेंदुआ ट्रैवलर के पीछे जाता है। वहां से एक श्वान का शिकार करता है। इस श्वान के बच्चे को बचाने एक बड़ा श्वान काफी दूर तक तेंदुए का पीछा भी करता है, लेकिन तेंदुआ पीछे पलटते ही बड़ा श्वान वहां से पीछे भाग जाता है। यह नजारा कंवरधाम परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। जिससे अब दस्तूर नगर से मालखेड़ मार्ग पर रात के समय जाना खतरे से खाली नहीं रहा है।

वन क्षेत्र में बढ़ रहा मानवीय हस्तक्षेप : कंवरधाम से लेकर छत्री तालाब तक का संपूर्ण परिसर वडाली वनपरिक्षेत्र में आता है। इसी सीमा से सटकर जहां एक ओर मंगलधाम कॉलोनी यह रिहायशी क्षेत्र बन चुका है। वहीं आगे छत्री तालाब से भानखेड़ा मार्ग पर स्थित अनेकों मंदिर अथवा धार्मिक स्थलों में लोग जन्मदिन अथवा पिकनिक मनाने आते है। इस परिसर में अब मानवीय हस्तक्षेप बढ़ जाने के कारण भविष्य में यहां वन्य जीव व मानव संघर्ष बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही हैं।

Created On :   24 May 2024 8:04 AM GMT

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