जबलपुर: गौर ब्रिज अब पीडब्ल्यूडी के हवाले, फिलहाल सबसे बदतर हालत में यह नदी ब्रिज

  • लोक निर्माण एनएच ने इसको लोक निर्माण विभाग संभाग क्रमांक दो को ट्रांसफर किया
  • अब हर साल मरम्मत और सुधार करना होगा
  • यह ब्रिज लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है।

Safal Upadhyay
Update: 2024-04-29 08:36 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के आसपास जितने भी नदी ब्रिज हैं उनमें सबसे बदतर हालत में गौर नदी का ब्रिज है। वैसे तो यह ब्रिज और नदी ब्रिजों के मुकाबले चौड़ाई और लंबाई में छोटा है लेकिन उपयोगी हिस्से में है जिससे इसकी दशा में सुधार जरूरी है।

इस नदी ब्रिज के बदतर हालात को देखते हुये लोक निर्माण एनएच ने अपनी जिम्मेदारी को लोक निर्माण विभाग को दे दिया है। संभाग क्रमांक दो के इंजीनियर और अधिकारी अब इसकी निगरानी रखेंगे और किसी भी तरह की सड़क की हालत खराब होने पर सुधार करायेंगे।

लोक निर्माण एनएच के ईई विजय खंडेलवाल कहते हैं कि यह ब्रिज लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है। इसमें अभी शुरुआती तौर पर गड्ढे भरे गये हैं। आगे जो भी सुधार की जरूरत होगी उन्हीं को करना होगी।

गौरतलब है कि बीते 3 से 4 सालों से इस ब्रिज की हालत खस्ता है। इसमें हर कुछ मीटर में मानसून के बाद गड्ढे हो जाते हैं और इसकी ओर विभाग ध्यान ही नहीं देता है। अब विभाग बदलने के बाद दावा किया जा रहा है कि ब्रिज की तकदीर भी बदल जाएगी।

जैसे नर्मदा घाटी से बदलकर तिलवारा ब्रिज को एनएचएआई को दिया गया है ठीक उसी तरह इसमें विभाग का बदलाव किया गया है।

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