ये कैसी वर्किंग: 15 बार सुधार कार्य होने के बाद भी बंद नहीं हुआ लीकेज, जनता त्रस्त

  • गौरीघाट रेत नाका मोड़ पर बार-बार होने वाली खुदाई से जर्जर हुई सड़क, आए दिन हो रहीं दुर्घटनाएँ
  • क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि इस संबंध में कई बार निगम प्रशासन से शिकायतें भी की गईं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-24 14:27 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गौरीघाट के रेत नाका मोड़ पर पाइप लाइन का लीकेज सुधारने के लिए 15 बार सुधार कार्य हो चुका है लेकिन इसके बावजूद चाहे जब लीकेज के नाम पर सड़क खोद दी जाती है।

जिसकी वजह से सड़क तो पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, वहीं रोड में मिट्टी फैलने के कारण ये जगह एक्सीडेंटल पॉइंट बन चुकी है। रेत नाका से खारी घाट के साथ ललपुर जैसे नर्मदा के प्रमुख घाट हैं, इसके अलावा यहाँ कई काॅलोनियाँ भी हैं।

जहाँ रहने वाले हजारों रहवासी और नर्मदा भक्त इस मार्ग का उपयोग करते हैं, और खराब सड़क के कारण तरह-तरह की परेशानियाँ झेलने को मजबूर हैं। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि इस संबंध में कई बार निगम प्रशासन से शिकायतें भी की गईं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।

विशेष मौकों पर बनता है जाम का कारण

रेत नाका मोड़ गौरीघाट और शहर का सेंट्रल पॉइंट भी है, विशेष त्यौहारों और मौकों पर यहाँ होने वाली बार-बार की खुदाई जाम का कारण बनती है। क्योंकि गौरीघाट समेत अन्य घाटों से लौटने वालों के लिए यही एकमात्र सड़क है।

इसके बावजूद यहाँ लीकेज सुधार को लेकर कभी भी गंभीरता से काम नहीं किया जाता। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो रामपुर से गौरीघाट के बीच बनाई गई फोर-लेन सड़क का सिर्फ यही हिस्सा शुरू से खराब रहा है।

पुलिस भी लिख चुकी है निगम को पत्र

सूत्रों के अनुसार नर्मदा तटों पर होने वाले आयाेजनों को लेकर रेत नाका मोड़ की जर्जर हालत को लेकर गौरीघाट पुलिस ने भी कई बार निगम प्रशासन को पत्र लिखकर पूर्ण रूप से सुधार करने के लिए कहा है। लेकिन इसके बावजूद निगम के अधिकारियों का रवैया नहीं सुधरा।

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