एनआईए पता लगा रही है कैसे हुआ विस्फोट, घटनाक्रम की रिपोर्ट माँगी

कबाडख़ाने से जब्त बम और खोखों को नष्ट करेगी एनएसजी

Abhishek soni
Update: 2024-04-29 15:56 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। अधारताल थाना क्षेत्र स्थित खजरी-खिरिया बायपास पर हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के कबाडख़ाने में २५ अप्रैल को हुए विस्फोट की जाँच में अब एनआईए- नेशनल इन्वेटीगेशन एजेंसी की भी एंट्री हो गयी है। एनआईए यह पता लगाने में जुटी है कि विस्फोट कैसे हुआ। वहीं घटना की जाँच में जुटी सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस से पूरे घटनाक्रम की जाँच रिपोर्ट माँगी गई है। उधर घटना की जाँच में जुटी एनएसजी की टीम ने सोमवार को कबाडख़ाने की बारीकी से जाँच कर स्क्रैप में खरीदे गए बम और खोखों को एकत्र किया है। संभवत: मंगलवार को कबाड़ में मिले बम और उनके खोखों को नष्ट किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह एनएसजी की टीम द्वारा कबाडख़ाने का कोना-कोना तलाशा गया और स्क्रैप में लिए गए बम व खोखों को जब्त कर उनकी गिनती की गयी एवं कितने बम सक्रिय हैं और कितने निष्क्रिय, इसकी जाँच की गयी। जानकारों के अनुसार एनएसजी की जाँच पूरी होने के बाद मंगलवार को स्थानीय पुलिस की मदद से कबाड़ में मिले आयुध से जुड़े स्क्रैप को नष्ट किया जाएगा। इसके लिए पुलिस से रेत से भरी बोरियाँ माँगी गयी हैं। नष्टीकरण के दौरान होने वाले धमाके से किसी प्रकार की क्षति न हो, इसके लिए पूरे प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।

किस बारूद से हुआ था विस्फोट

सूत्रोंं के अनुसार एनएसजी की जाँच में यह बात सामने आई है कि कबाड़ में जिस बारूद से विस्फोट हुआ उसे टीएनटी-ट्राई नाइट्रो टुलीन-नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग तोप-गोले, हथगोले व हवाई बमों को बनाने में किया जाता है। जानकारों के अनुसार उद्योग धंधों में टीएनटी का उपयोग ड्राई और फोटोग्राफी रसायन बनाने के लिए भी किया जाता है।

कबाडख़ाने में ही नष्ट हो सकता है स्क्रैप

जानकारों के अनुसार कबाडख़ाने से जब्त किए गए आयुध स्क्रैप को नष्ट करने के लिए कबाडख़ाने की जगह का उपयोग किया जा सकता है। नष्टीकरण के लिए विस्फोट स्थल पर कुएँ आकार का गड्ढा खोदकर स्क्रैप को उसमें डाला जाएगा और ऊपर से रेत की बोरियों से भरकर उसका नष्टीकरण किया जाएगा।

ऑफिस से जब्त की डीवीआर

जानकारी के अनुसार रविवार को शमीम कबाड़ी के ऑफिस को गिराए जाने के पहले वहाँ लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर जब्त की गयी थी। डीवीआर की जाँच में पता चला है कि शमीम कबाड़ी घटना दिनांक की सुबह ९ बजे कबाडख़ाने पहुँचा था और कुछ देर बाद वहाँ से चला गया। वहीं श्रमिक गौर निवासी भोलाराम भूमिया सुबह ९ बजकर १८ मिनट व आनंद नगर निवासी खलील ११ बजकर ४४ मिनट पर कबाडख़ाने के अंदर पहुँचे थे। वहीं ७ मजदूर कबाडख़ाने में बनी दीवार के पीछे काम कर रहे थे। विस्फोट के बाद सातों वहाँ से जान बचाकर भाग निकले थे।

शमीम ने बना रखा था सिंडिकेट

जानकारी के अनुसार पुलिस रिमांड पर लिए गए शमीम कबाड़ी के पुत्र फहीम व पार्टनर सुल्तान से की गयी पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि आयुध निर्माणियों से स्क्रैप खरीदने के लिए सिंडिकेट काम करता था। यह पूरा सिंडिकेट शमीम ने बना रखा था। सिंडिकेट में शामिल जिस भी कबाड़ी को स्क्रैप का ठेका मिलता था, वह शमीम के कबाडख़ाने में पहुँच जाता था। वहीं एनआईए की जाँच में यह बात भी सामने आई है कि स्क्रैप का ठेका किसी सलमान के नाम पर था। जाँच टीम यह पता लगाने में जुटी है कि सलमान कौन है और शमीम का उससे क्या संबंध है।

कहाँ से आया आयुध स्क्रैप

कबाडख़ाने में विस्फोट के बाद शमीम कबाड़ी के बेटे फहीम द्वारा पुलिस को जो दस्तावेज दिखाए गए हैं, उसमें खमरिया एलपीआर रेंज में गिरने वाले बमों के खोखों को उठाने का ठेका उसके नाम पर होना बताया गया है। इस बात की पुष्टि पुलिस के आला अफसरोंं द्वारा की गयी है। वहीं आयुध निर्माणी खमरिया के जनसंपर्क अधिकारी अविनाश शंकर द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गयी है। इसमें कहा गया है कि निर्माणी द्वारा कोई भी गोला-बारूद का स्क्रैप शमीम कबाड़ी की फर्म को नहीं बेचा गया है तो फिर कबाड़ी के पास आयुध स्क्रैप कहाँ से आया, यह जाँच का विषय है।

शमीम कबाड़ी पर १५ हजार का इनाम

कबाडख़ाने में विस्फोट से दो मौतें होने व अपराध की गंभीरता को देखते हुए शमीम कबाड़ी की गिरफ्तारी के लिए १५ हजार का इनाम घोषित किया गया है। जानकारों के अनुसार घटना के बाद से फरार शमीम की गिरफ्तारी के लिए डीआईजी टीके विद्यार्थी द्वारा १५ हजार के इनाम की घोषणा की गई है।पी-२

कबाडख़ानों की नियमित जाँच होगी

कबाडख़ाने में हुए विस्फोट की घटना के बाद जिले केे सभी छोटे-बड़े कबाडख़ानों की नियमित जाँच की जाएगी। जाँच के लिए एसओपी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।

-टीके विद्यार्थी, डीआईजी

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