आधुनिक तकनीक: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनेगा डॉक्टरों के लिए मददगार, बीमारी का लगेगा पूर्वानुमान

  • चिकित्सा क्षेत्र में एआई की उपयोगिता पर मंथन
  • डॉक्टरों के डेटा आधारित निर्णय लेने में आएगी तेजी
  • बीमारी का लगेगा पूर्वानुमान लगाने की तकनीक

Tejinder Singh
Update: 2024-04-28 23:30 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई. कोविड के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव देखने को मिले। इसमें आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ा है कई नवाचार देखने को मिल रहे हैं। इसमें से क्रांतिकारी बदलाव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) के आने से आया है। एआई की उपयोगिता को लेकर मुंबई में डॉक्टरों के बीच मंथन हुआ। डॉक्टरों का मानना है कि एआई सिर्फ मरीज को ही नहीं बल्कि डॉक्टर्स के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। एआई का इस्तेमाल करके न सिर्फ कम समय में डेटा-आधारित निर्णय लेने की सुविधा मिली है, बल्कि इस डायग्नोस्टिक टूल्स की मदद से बीमारी का पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है।

बॉम्बे हॉस्पिटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की ओर से रविवार को नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज का मध्यावधि सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में एआई की मेडिकल साइंस में भूमिका और इसके भविष्य पर चर्चा की गई। इस चर्चासत्र में मुंबई के अलावा विदेशों से आए डॉक्टर भी मौजूद थे। सभी ने एआई पर अपने विचार प्रकट किए। कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.अनिल शर्मा ने एआई की अच्छाइयों और खामियों पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि एआई की अच्छाइयों में सबसे प्रमुख बात यह है कि इसकी मदद से बीमारियों का पूर्वानुमान लग जाता है। इस सम्मेलन में नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के अध्यक्ष डॉ. शिव सरीन, बॉम्बे अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राजकुमार पाटील, कॉन्फ्रेंस के सह अध्यक्ष डॉ.अशोक गुप्ता सहित कई प्रतिष्ठित डॉक्टर शामिल थे।

डॉक्टर डरें नहीं, सतर्क रहें

कई डॉक्टरों में यह भय बना हुआ है कि आनेवाले दिनों में उनकी जगह एआई ले लेगा। लेकिन इस चर्चा में डॉ. अनिल शर्मा ने डॉक्टरों के इस भय को दूर किया है। उन्होंने कहा कि एआई इलाज करने में एक मददगार उपकरण बनेगा। इलाज तो डॉक्टर ही करेंगे। उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि वे एआई को लेकर डरें नहीं बल्कि सतर्क रहें। डॉ. शर्मा ने कहा कि अभी से ही इससे होनेवाले नैतिकता, निजता के उल्लंघन जैसी खामियों को दुरुस्त करना होगा।

मुंबई हेल्थकेयर डेस्टिनेशन के रूप में उभरा: राज्यपाल

महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में प्रगति और जीवन गुणवत्ता में समग्र सुधार के कारण मुंबई देश में एक पसंदीदा हेल्थकेयर डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है। यहां देश-विदेश से लोग इलाज के लिए आते हैं। नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के मध्यावधि कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन राज्यपाल के हाथों हुआ। राज्यपाल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्रांतिकारी नवाचार के रूप में उभरा है, जो दुनिया में चिकित्सा परिदृश्य को बदलने जा रहा है।

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