खुलासा...: नागपुर जिले में 0.03 फीसदी मतदान बढ़ा व रामटेक में 0.01 फीसदी मतदान बढ़ा

नागपुर जिले में 0.03 फीसदी मतदान बढ़ा व रामटेक में 0.01 फीसदी मतदान बढ़ा
  • नागपुर में 394, रामटेक में 326 वोट बढ़े
  • पूर्व व उत्तर नागपुर में लेकिन मतदान घटा
  • कुल 720 वोटों का इजाफा

डिजिटल डेस्क, नागपुर । नागपुर जिले में नागपुर व रामटेक ऐसी लाेक सभा की दो सीटें हैं और यहां पहले चरण में 19 अप्रैल को ही वोटिंग हो गई है। नागपुर में 54.30 फीसदी व रामटेक में 61 फीसदी वोटिंग होने की घोषणा जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से की गई थी, लेकिन अब वोटिंग के 12 दिन बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि जिले में 0.03 फीसदी मतदान बढ़ा है। नागपुर में 0.02 फीसदी व रामटेक में 0.01 फीसदी मतदान बढ़ा है। 12 दिन बाद आए सुधारित आंकड़े को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

आंकड़े आते ही बड़ी बहस छिड़ी : नागपुर लोक सभी सीट पर कुल 12 लाख 7 हजार 344 वोट पड़ने की जानकारी जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से दी गई थी। इस हिसाब से 54.30 मतदान हुआ था। इसी तरह रामटेक में 12 लाख 49 हजार 864 वोट पड़ने की जानकारी दी गई थी। रामटेक में 61 फीसदी मतदान हुआ था। केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से देश भर में 5.75 फीसदी मतदान बढ़ने की घोषणा करने के बाद नागपुर समेत पूरे देश में इस बात पर बहस छिड़ गई है कि डिजिटल इंडिया के दौर में सुधारित आंकड़ा देने में चुनाव आयोग को 11 दिन कैसे लग गए। जिला निर्वाचन कार्यालय ने स्पष्ट किया कि नागपुर सीट पर 12 लाख 7 हजार 738 वोट (54.32 फीसदी) पड़े। यानी 394 वोटों का इजाफा हुआ है। इसी तरह रामटेक में 12 लाख 50 हजार 190 वोट (61.01 फीसदी) पड़े। यानी 326 वोटों का इजाफा हुआ है। जिले में कुल 720 वोटों का इजाफा बताया गया है।

अब यह स्थिति

मजेदार बात यह है कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक पूर्व व उत्तर नागपुर में कम मतदान बताया गया है।

पूर्व नागपुर में 2 लाख 16 हजार 278 पहले आैर अब 2 लाख 16 हजार 274 वोट बताए गए।

उत्तर नागपुर में पहले 2 लाख 23 हजार 806 वोट आैर अब 2 लाख 23 हजार 480 वोट पड़ने की जानकारी।

दक्षिण नागपुर में पहले 2 लाख 966 आैर अब 2 लाख 998 वोट डाले जाने का ब्योरा सामने आया है।

मध्य नागपुर में पहले 1 लाख 70 हजार 749 व अब 1 लाख 71 हजार 441 वोट पड़ने की जानकारी दी गई है।

ईडीसी से आंकड़ों में अंतर आने की चर्चा

बताया गया कि पहली बार इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (ईडीसी) की व्यवस्था की गई। यानी चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारी नागपुर का मतदाता है, तो वह शहर में जहां तैनात है, वहीं मतदान कर सका। अधिकांश मतदान केंद्र अधिकारियों ने ईडीसी का समावेश नहीं किया। इसीलिए जिले में वोटिंग में मामूली वृद्धि हुई है। हालांकि कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

Created On :   3 May 2024 6:58 AM GMT

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