मौसम: हीट वेव का खतरा बढ़ा , जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइड लाइन

हीट वेव का खतरा बढ़ा , जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइड लाइन
  • तेज धूप के कारण दोपहर में सड़कों पर वीरानी
  • चिलचिलाती धूप से निकल रहा पसीना
  • अगले कुछ दिनों में पारा और चढ़ने की संभावना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चिलचिलाती धूप के कारण हीट वेव का खतरा बढ़ गया है। तेज धूप के कारण दोपहर में सड़कों पर विरानी छाई रहती है। बाजारों में सन्नाटा आैर लोगों की आवाजाही कम नजर आ रही है। अगले कुछ दिनों में पारा आैर चढ़ने की संभावना है। गर्मी के चलते ज्यादा से ज्यादा पानी पीने आैर धूप में निकलते समय सिर ढंकने की सलाह दी गई है। हीट वेव से बचने के लिए जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने गाइड लाइन जारी की है। शुक्रवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

आसमान साफ रहेगा : मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान बढ़ सकता है। इसके साथ ही हीट वेव के मामले बढ़ने का खतरा है। उत्तर-पश्चिमी दिशा से गर्म हवाएं आ रही हैं। शुष्क हवा के कारण गर्म लपटों का एहसास हो रहा है। चिलचिलाती धूप से लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं। अगले तीन दिन तक तापमान में कमी आने की संभावना नहीं है। नागपुर समेत विदर्भ में पारा ऊपर चढ़ रहा है। शुक्रवार को विदर्भ में अकोला सबसे गर्म रहा। अकोला में अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार को आसमान साफ रहेगा। चिलचिलाती धूप रहेगी। तापमान में इजाफा हो सकता है। फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है।

उष्माघात की गिरफ्त में आ रहे पक्षी : चिलचिलाती धूप और गर्मी से उष्माघात की गिरफ्त में छोटे पक्षी आ रहे हैं। इससे उनकी मौत हो रही है। पशु चिकित्सक की मानें, तो पिछले सप्ताह मौत का आंकड़ा बढ़ गया था।

बढ़ रहा शरीर का तापमान : पक्षियों के शरीर का तापमान अधिक बढ़ने के कारण छोटे पक्षियों पर इसका सबसे अधिक असर होता है। इसमें हाउस स्वीफ्ट, मैना आदि का समावेश है। पक्षियों के शरीर का तापमान बढ़ने से वे बेहोश हो जा रहे हैं। एेसे समय इन पक्षियों के शरीर पर हल्का ठंडा पानी डालने से उनकी मौत की गुंजाइश कम रहती है और ठंडी जगह पर रखने से पक्षी स्वस्थ हो जाते हैं। पक्षियों द्वारा बिल्डिगों में घोषला बनाने से कांक्रीट की गर्मी का सीधा असर पक्षियों पर पड़ता है और वे उष्माघात के शिकार हो रहे हैं।

पक्षी हो रहे डिहाइड्रेड : पक्षियों के शरीर का तापमान अधिक बढ़ने से पक्षी बेहोश होकर डिहाइड्रेड हो रहे हैं। इस प्रकार से अनेक कॉल जागरूक नागरिकों द्वारा आने पर पक्षियों का समय पर इलाज कर मुक्त किया गया है। धूप अधिक बढ़ने के कारण आए दिन पक्षियों की मौतें हो रही हैं। पिछले सप्ताह सैंकड़ों पक्षियों की मौत हो गई है। - डॉ. बहार बाविस्कर, पशु चिकित्सक, अध्यक्ष,वाईल्ड सीईआर


Created On :   4 May 2024 1:41 PM GMT

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