25 वार्ड सामान्य वर्ग के लिये और सभी वर्गों में आधे महिलाओं के लिये रहेंगे रिजर्व

25 वार्ड सामान्य वर्ग के लिये और सभी वर्गों में आधे महिलाओं के लिये रहेंगे रिजर्व

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-24 12:05 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। वार्डों के आरक्षण का गजट नोटिफिकेशन होने के बाद अब 24 फरवरी को आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की जायेगी। सोमवार की शाम 5 बजे कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में कलेक्टर केवीएस चौधरी की मौजूदगी में यह कार्यवाही पूर्ण की जायेगी। इस मौके पर सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। चूंकि अब नगर निगम क्षेत्र में 45 की जगह पर 50 वार्ड हो चुके हैं इसलिये आरक्षित वार्डों की संख्या भी बढ़ जायेगी। कुल वार्डों के आधे यानी 25 वार्ड आरक्षित किये जायेंगे। जिसमें से 5 वार्ड अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिये और 7 वार्ड अनुसूचित जाति वर्ग के लिये आरक्षित किये जायेंगे। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये 13 वार्ड आरक्षित किये जायेंगे। इस तरह कुल 25 वार्ड एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लिये आरक्षित किये जायेंगे। जबकि शेष 25 वार्ड सामान्य वर्ग के लिये रहेंगे। सभी 50 वार्डों के आधे यानी 25 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित किये जायेंगे। 
जनसंख्या के आधार पर होगा आरक्षण
वार्डों का आरक्षण जनसंख्या के आधार पर होगा। नगर निगम क्षेत्र के जिन 5 वार्डों में अनुसूचित जनजाति के लोगों की जनसंख्या अन्य वार्डों की तुलना में ज्यादा होगी, उन वार्डों को एसटी वर्ग के लिये आरक्षित कर दिया जायेगा। अब जो शेष 45 वार्ड बचेंगे उनमे से जिन 7 वार्डों में एससी वर्ग की जनसंख्या अन्य वार्डों की तुलना में ज्यादा होगी, उन वार्डों को अनुसूचित जाति वर्ग के लिये आरक्षित कर दिया जायेगा। शेष बचे 38 वार्डों में से जिन 13 वार्डों में अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या ज्यादा होगी, उन्हें ओबीसी वर्ग के लिये आरक्षित कर दिया जायेगा। शेष बचे 25 वार्ड सामान्य वर्ग के हो जायेंगे। 
इसी तरह चिन्हित होंगे महिला वार्ड
कुछ इसी तर्ज पर 25 महिला वार्डों का आरक्षण किया जायेगा। एससी-एसटी वर्ग के लिये आरक्षित 12 में से 6 वार्ड इसी वर्ग की महिलाओं के लिये आरक्षित किये जायेंगे। यदि एसटी वर्ग के 3 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित किये गये तो 3 वार्ड एससी वर्ग के आरक्षित होंगे। यदि एसटी वर्ग के 2 वार्ड आरक्षित हुए तो एससी वर्ग के 4 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित किये जायेंगे। इसी तरह 6 या 7 वार्ड ओबीसी वर्ग की महिलाओं के लिये आरक्षित किये जायेंगे। यदि ओबीसी वर्ग के 6 वार्ड आरक्षित किये जायेंगे तो सामान्य वर्ग के 13 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित किये जायेंगे। यदि ओबीसी वर्ग के 7 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित किये गये तो फिर सामान्य वर्ग के 12 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित किये जायेंगे। 
बदलाव का भी रखा जायेगा ध्यान
वार्ड आरक्षण में बदलाव का भी ध्यान रखा जायेगा। जैसे कोई वार्ड जनसंख्या के आधार पर एसटी वर्ग के लिये आरक्षित किया गया था तो उस वार्ड को इस बार या तो महिला वर्ग के लिये आरक्षित किया जायेगा अथवा उस वार्ड को अन्य वर्ग के लिये आरक्षित किया जायेगा। आरक्षण में इस बार का ध्यान जरूर दिया जाता है कि पिछली बार जिस वर्ग के लिये वार्ड आरक्षित था, इस बार उस वर्ग के लिये आरक्षण नहीं होगा। ज्यादा बदलाव करने की गुंजाइश नहीं होगी तो पुरूष वार्ड को महिला कर दिया जायेगा और महिला वार्ड को पुरूष वार्ड में तब्दील कर दिया जायेगा। 
दिग्गज तलाश रहे सुरक्षित वार्ड
भले ही अभी चुनाव नहीं होने जा रहे लेकिन आरक्षण की प्रक्रिया पर दिग्गजों की निगाहें लगी हुई हैं। चूंकि इस बार महापौर बनने के लिये पार्षद होना जरूरी है और महापौर चुनाव भी पार्षदों के जरिये ही होना है। इसलिये जरूरी है कि पहले पार्षद बना जाये और पार्षद बनने के लिये एक सुरक्षित वार्ड की दरकार हर महापौर पद के दावेदार को है। दावेदारी में शामिल नेता अभी से अपने वार्ड के किसी दूसरी श्रेणी के लिये आरक्षित होने पर अगल-बगल के वार्ड में गतिविधियां शुरू कर दी हैं। उनकी नजर इस बार पर भी रहेगी कि सामने वाला उम्मीदवार कौन होगा? वार्डों का आरक्षण हो जाने के बाद दावेदार खुलकर सामने आने लगेंगे। 
इनका कहना है
वार्ड आरक्षण की तैयारी पूरी कर ली गई है, सोमवार को कलेक्टर साहब के द्वारा सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जायेगा। 
आरपी वैश्य, उपायुक्त नगर निगम
 

Tags:    

Similar News