नाशिक के नवजात बच्चों की मौत के मामले में कठोर नियमावली : स्वास्थ्य मंत्री
नाशिक के नवजात बच्चों की मौत के मामले में कठोर नियमावली : स्वास्थ्य मंत्री
डिजिटल डेस्क, नाशिक। नाशिक के जिला अस्पताल में पांच महीने में 187 नवजात बच्चों की मौत होने की बात सामने आने के बाद राज्य सरकार के मंत्रियों की नींद खुली। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने अस्पताल का दौरा किया। स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के संकेत दिए। उन्होने कहा कि, राज्य सरकार मौत होने की बात से इंकार नही कर रही है। मौत की संख्या कम करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। अस्पताल मरीज को दाखिल कराने से इंकार नही कर सकता। इसलिए जगह नही होने पर एक से अधिक बच्चे को एक ही ट्रे मे रखने की नौबत आती है तो इस समस्या पर बात करने के लिए हम विशेषज्ञो की समिति का गठन करेंगे।
श्री सावंत ने नाशिक में नवजात बच्चों के मौत के मामले में कठोर नियमावली बनाकर उसे निजी नर्सिंग होम से सरकारी अस्पताल तक लागू करने की बात कही। चाईल्ड केअर हैंडलिंग को लेकर डाक्टर को प्रशिक्षण देने का दावा किया। नाशिक को 50 बेड के अतिरिक्त अस्पताल की आवश्यकता होने की बात कही, लेकिन यह प्रस्ताव वृक्ष प्राधिकरण की समस्या के कारण लंबित होने की जानाकरी दी। इस संदर्भ में शनिवारी देर रात और मंगलवार को विशेष बैठक लेने की बात कही।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाशिक की घटना को यूपी के गोरखपूर दुर्घटना से जोड़ना गलत बताया था और पिछले वर्ष कितने बच्चों की मौत हुई इसके साथ तूलना करने की बात कही थी।