विदर्भ से आठ मंत्री, मराठवाडा के हिस्से 6 मंत्री पद, पश्चिम महाराष्ट्र से सर्वाधिक 9 मिनिस्टर

विदर्भ से आठ मंत्री, मराठवाडा के हिस्से 6 मंत्री पद, पश्चिम महाराष्ट्र से सर्वाधिक 9 मिनिस्टर

Tejinder Singh
Update: 2019-12-30 16:03 GMT
विदर्भ से आठ मंत्री, मराठवाडा के हिस्से 6 मंत्री पद, पश्चिम महाराष्ट्र से सर्वाधिक 9 मिनिस्टर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य  की महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार में भाजपा के गढ़ विदर्भ को राज्य मंत्रिपरिषद में भरपुर स्थान मिला है। विदर्भ से कुल आठ मंत्री बनाए गए हैं जिसमें 7 कैबिनेट व एक राज्य मंत्री पद शामिल है। जबकि पिछली फडणवीस सरकार में विदर्भ से कुल 10 मंत्री बनाए गए थे।सोमवार को शपथ लेने वाले 36 मंत्रियों में विदर्भ के सात कैबिनेट मंत्रियों में विजय वड्डेटीवार (कांग्रेस), अनिल देशमुख (राकांपा), राजेंद्र शिंगणे (राकांपा), सुनील केदार (कांग्रेस), संजय राठौर (शिवसेना), यशोमति ठाकुर (कांग्रेस) शामिल हैं। जबकि नागपुर से कांग्रेस विधायक डा नितीन राऊत पहले से ही मंत्रिमंडल में हैं। अमरावती से निर्दलिय विधायक बच्चू कडू को शिवसेना ने अपने कोटे से राज्यमंत्री बनाया है। राज्य की पिछली फडणवीस सरकार में विदर्भ से 6 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री यानि कुल 10 मंत्री थे। शिवसेना के गढ़ राज्य कि राजधानी मुंबई से इस बार 7 मंत्री (मुख्यमंत्री सहित) बनाए गए हैं। इनमें दो कांग्रेस, एक राकांपा और चार शिवसेना कोटे से हैं। मराठवाडा को 6 मंत्री पद मिला है जिसमें 5 कैबिनेट एक राज्य मंत्री पद शामिल है। मराठवाडा से मंत्री बनने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (नांदेड), धनंजय मुंडे (बीड), राजेश टोपे (जालना), अमित देशमुख (लातूर), संदीपान भुमरे (औरंगाबाद) शामिल हैं जबकि औरंगाबाद की सिल्लोड से शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार को राज्यमंत्री बनाया गया है। सर्वाधिक 9 मंत्री राकांपा के गढ़ पश्चिम महाराष्ट्र से बनाए गए हैं। जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल हैं।  

विदर्भ से मंत्री

1.    नितीन राऊत (नागपुर)
2.    विजय वड्डेटीवार (ब्रम्हपुरी-चंद्रपुर)
3.    अनिल देशमुख (काटोल-नागपुर) 
4.    राजेंद्र शिंगणे (शिंदखेडराजा-बुलढाणा),
5.    सुनील केदार (सावनेर-नागपुर) 
6.    संजय राठौर (दिग्रस-यवतमाल) 
7.    यशोमति ठाकुर (तिवसा-अमरावती)
8.    बच्चू कडू (अचलपुर-अमरावती)

ठाकरे सरकार में उत्तरभारतीय मंत्री नहीं, दो हिंदीभाषियों को मिला मौका 

महाराष्ट्र में बनने वाली कई सरकारों में उत्तरभारतीय समाज का प्रतिनिधित्व रहा है। लेकिन ठाकरे सरकार में कोई उत्तरभारतीय मंत्री नहीं बनाया गया है। शिवसेना को समर्थन दे रहे नागपुर के रामटेक से निर्दलिय विधायक आशिष जायसवाल को भी मौका नहीं मिला। हालांकि कांग्रेस की तरफ से मंत्री बनाए गए असलम शेख और राकांपा के नवाब मलिक हिंदीभाषी हैं और मूलरुप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पर माना जा रहा है कि इन दोनों को अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री पद मिला है। राज्य की फडणवीस सरकार में  उत्तरभारतीय विद्या ठाकुर को राज्य मंत्री बनाया गया था। इसके पहले विलासराव देशमुख सरकार में कृपाशंकर सिंह गृह राज्यमंत्री बनाए गए थे। उत्तरभारतीय नेता राममनोहर त्रिपाठी-शिवाजीराव पाटील-निलंगेकर व वंसतदादा पाटील सरकार, रमेश दुबे सुधाकरराव नाईक व शरद पवार सरकार और रामनाथ पांडेय तत्कालिन मुख्यमंत्री शरद पवार मंत्रिमंडल में मंत्री थे।  
 

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