80 साल के इस बुजुर्ग ने पत्नी की अर्थी उठने से पहले डाला वोट, जिसने भी जाना - वो भावुक हो गया

अनूठी मिसाल 80 साल के इस बुजुर्ग ने पत्नी की अर्थी उठने से पहले डाला वोट, जिसने भी जाना - वो भावुक हो गया

Tejinder Singh
Update: 2022-05-25 14:31 GMT
80 साल के इस बुजुर्ग ने पत्नी की अर्थी उठने से पहले डाला वोट, जिसने भी जाना - वो भावुक हो गया

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। सालेकसा तहसील में रहने वाले 80 साल के बुजुर्ग भैय्यालाल बिसेन की आंखें नम हैं, उनकी पत्नी गणेशी बिसेन अब इस दुनिया में नहीं रहीं, घर पर पत्नी का शव आखिरी विदाई का इंतजार कर रहा था, लेकिन भैय्यालाल अपनी जीवन संगीनी को विदा करने से पहले अपना फर्ज निभाना नहीं भूले, पत्नी की अर्थी उठने से पहले वो अपने भाई के साथ सीधे मतदान केन्द्र वोट डालने पहुंच गए। कहते हैं न कि आने-जाने से जीवन कभी रुकता नहीं है। 

जीवन का मतलब तो, आना और जाना है...और इस आने-जाने की कड़ी में अपना फर्ज कहीं छूट न जाए। बस जहन में यही जज्बात लिए भैय्यालाल भरे मन से मतदाता पहचान पत्र उठाकर अपने गांव घोंसी से चुनाव केन्द्र के लिए निकल गए। लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे।

भैय्यालाल ने जिसके साथ जिन्दगी का एक अर्सा गुजरा, वो अब कहीं दूर चली गई, वहां- जहां से कोई लौटकर नहीं आया, भैय्यालाल जब वोट डाल रहे थे, तब भी उनकी आंखों से आंसू छलक रहे थे। इसी बीच जब वहां उपस्थित मतदाताओं ने पूछा, तो उन्होंने पत्नी की मौत की जानकारी दी। भरे गले से उनकी यह बात सुनकर मतदान केंद्र पर उपस्थित गांववाले भी भावुक हो गए, गांववालों ने भैय्यालाल से एक सजग और जिम्मेदार नागरिक होने की प्रेरणा भी ली। 

24 मई को सहकारी राइस मिल चुनाव के लिए मतदान था। ठीक इससे एक दिन पहले 23 मई को भैय्यालाल बिसेन की पत्नी गणेशी बिसेन का 76 साल की उम्र में निधन हो गया। 

बुधवार को उनका अंतिम संस्कार था। परिवार शोक में डूबा था। कुछ लोगों को लगा कि शायद भैय्यालाल बिसेन और उनके बड़े भाई सूरजलाल बिसेन मतदान करने नहीं जाएंगे। 

इधर घर में पत्नी के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी, इसके बावजूद भैय्यालाल बिसेन अपने बड़े भाई सूरजलाल के साथ वोट डालने के गांव से 10 किलो मीटर दूर जिला परिषद पाठशाला के बूथ पर मतदान करने पहुंचे थे, मतदान करने के बाद जब घर लौटे, तब नम आंखों से जीवन संगिनी को अंतिम विदाई दी। 
 

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