निर्णय की क्षमता से लैस भविष्यवादी दृष्टिकोण ने भारत को एक ठोस स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान किया है: श्री पीयूष गोयल

निर्णय की क्षमता से लैस भविष्यवादी दृष्टिकोण ने भारत को एक ठोस स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान किया है: श्री पीयूष गोयल

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-28 08:51 GMT
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि निर्णय की क्षमता से लैस भविष्यवादी दृष्टिकोण ने भारत को एक ठोस स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान किया है। प्रथम शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) स्टार्टअप फोरम के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा कि युवा हमारी सम्पति है और उन्होंने इस नाजुक एवं अनिश्चितता भरे समय में अपनी चुस्ती, अनुकूलन क्षमता और योग्यता का प्रदर्शन किया है। श्री गोयल ने कहा कि हमारे स्टार्टअप ने इस गंभीर प्रतिकूलता को भविष्य की महान संभावना में बदलने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। कई समयबद्ध और कम खर्चीला समाधान देने के प्रति अत्यधिक ऊर्जा और उत्साह का प्रदर्शन करने के लिए भारतीय स्टार्टअप की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “क्षमता संवर्धन और शिक्षा के लिए विकसित एडटेक ऐप की बड़ी संख्या से विकास के प्रति हमारी भूख का पता चलता है। इन ऐप ने कोविड की अवधि के दौरान लाखों भारतीयों को सीखने की सामग्री तक मुफ्त पहुंच प्रदान की है। हमारे सभी युवाओं ने कई महत्वपूर्ण एप्लिकेशन बनाए हैं, जिन्होंने कई क्षेत्रों को डिजिटल होने और महामारी की समस्याओं का आत्मविश्वास के साथ सामना करने और अर्थव्यवस्था को अनलॉक करने एवं आर्थिक गतिविधियों को विस्तार देने के क्रम में हमें सफलतापूर्वक उभरने में मदद की है।” श्री गोयल ने कहा कि भारत की युवा फर्मों ने हमारी सर्वोत्तम प्रथाओं और ज्ञान को साझा करते, औद्योगिक घरानों और निवेशकों के साथ मिलकर काम करते, पूंजी लगाते और जुटाते, इनक्यूबेटर स्थापित करते और मौका एवं पैमाना प्रदान करते हुए कोविड महामारी के खिलाफ बेहद तेजी और लचीले ढंग से प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इनके जरिए स्टार्टअप के नवोन्मेषी विचारों को जुड़ाव का बड़ा मौका मिलेगा। श्री गोयल ने कहा कि भारत ने प्रथम राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान कुछ बेहद दिलचस्प स्टार्टअप को मान्यता दी। उन्होंने आगे कहा, “हमने एक उत्साहवर्द्धक ढांचा प्रदान किया ताकि अधिक से अधिक स्टार्टअप अपने शानदार विचारों के साथ आगे आ सकें।” उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के साथ भारत की संलग्नता बढ़ाने की दिशा में प्रधानमंत्री सबसे आगे रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “स्टार्टअप नवाचार की शक्ति को प्रदर्शित करने वाले तेज विकास के इंजन हैं।” महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने से संबंधित विशेष चर्चा समेत कई महत्वपूर्ण सत्रों को शामिल करने की एससीओ की पहल की सराहना करते हुए श्री गोयल ने कहा कि भारत में महिलाओं द्वारा बड़ी संख्या में स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। श्री गोयल ने कहा कि एससीओ स्टार्टअप फोरम का आज का शुभारंभ नवाचार की भावना को आगे बढ़ाने और उसके पोषण का विस्तार करने के प्रति सभी सदस्य देशों के सकारात्मक दृष्टिकोण का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि उद्यमिता की भावना ही सभी एससीओ सदस्य देशों को एकसूत्र में बांधने वाला एक साझा तत्व है। उन्होंने आगे कहा कि एससीओ स्टार्टअप फोरम का शुभारंभ नवाचार के पोषण के प्रति सभी सदस्य देशों के सकारात्मक रवैये का परिचायक है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के साथ सभी सदस्य देशों का यह जुड़ाव इस पारिस्थितिकी तंत्र को और आगे विकसित करेगा और स्टार्टअप के दृष्टिकोण को प्रोत्साहित और विस्तारित करेगा क्योंकि इस वैश्वीकृत दुनिया में पैमाने और प्रभाव के लिहाज से हमारी समस्याएं भी काफी व्यापक हो गई हैं। 

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