जर्जर मकान ढहाते समय मिला प्राचीन मुद्राओं से भरा कलश 

जर्जर मकान ढहाते समय मिला प्राचीन मुद्राओं से भरा कलश 

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-09 10:43 GMT
जर्जर मकान ढहाते समय मिला प्राचीन मुद्राओं से भरा कलश 

डिजिटल डेस्क, आमगांव (गोंदिया)। बनिया मोहल्ला निवासी विश्वनाथ हेमचंद्र असाटी के एक सदी पुराने जर्जर मकान को तोड़ने पर चांदी सदृश्य धातु से बनी प्राचीन मुद्राएं पाई गईं। जेसीबी जब इस जर्जर मकान की दीवारें ढहा रहा था, तब अचानक दीवार के भीतर काला मिट्टी का घड़ा फूट गया और चांदी सदृश्य अनेक मुद्राएं जमीन पर बिखर गईं। घटना सामने आते ही न केवल आमगांव बल्कि पूरे गोंंदिया जिले में आग की तरह फैल गई। जहां-वहां चर्चा चलने लगी कि बड़ी मात्रा में गुप्तधन मिला है। इधर मकान मालिक के अनुसार एक विशिष्ट प्रकार के एक धातु के 20 से 25 मुद्रा ही मिली हैं। यह धातु कौन सी है, इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। 

बता दें कि विश्वनाथ असाटी का मकान लगभग 100 वर्ष पुराना है। मकान जर्जर होने के कारण वे नया मकान बनाने जा रहे हैं। जिसके लिए 7 जनवरी से मकान को तोडऩा शुरू कर दिया गया।  जेसीबी की सहायता से मकान को तोड़ा जा रहा था कि सिक्के दीवार के बाहर बिखर गए।  इस समय मकान मालिक विश्वनाथ असाटी का पुत्र वैष्णव मौजूद था। सूचना मिलते ही लोग वहां पर जमा हो गए। तहसीलदार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया और जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी। इस बारे में शहर भर में चर्चा चल रही है। संभावना जताई जा रही है कि पुराने जमाने में व्यापारी डकैतों के डर से धन, जमीन या मकान के दीवारों में गाड़कर रखते थे। असाटी परिवार में भी पूर्व में धन मकान के दीवार एवं अन्य स्थान पर गाड़ दिए होंगे। यदि पूरे मकान की खुदाई की जाए तो शायद इसी तरह मुद्रा से भरे और भी घड़े मिल सकते हैं। बहरहाल इस मामले की चर्चा दिन भर चलती रही।

जिलाधिकारी को भेजी रिपोर्ट  
मकान तोड़ते समय विश्वनाथ असाटी के मकान की दीवार से मिट्टी के घड़े  में सिक्के मिलने की जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार को घटनास्थल पर भेजकर पंचनामा कराया गया। यह सिक्के चांदी जैसी धातु के दिख रहे। जांच के बाद ही सिक्के किस धातु के हैं और किस सदी के हैं, इसकी जानकारी दी जाएगी। घटना के पंचनामा की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। 
- साहेबराव राठोड़, तहसीलदार, आमगांव
 
  

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