बेअसर हुये कलेक्टर के निर्देश, नहीं हटा अवैध नाका

बेअसर हुये कलेक्टर के निर्देश, नहीं हटा अवैध नाका

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-14 06:48 GMT
बेअसर हुये कलेक्टर के निर्देश, नहीं हटा अवैध नाका

डिजिटल डेस्क,चंदिया। चंदिया को अखड़ार बिलासपुर गांव से जोडऩे वाली प्रधानमंत्री सड़क में लोगों की समस्या जस की तस पड़ी हुई है। कलेक्टर के द्वारा जारी सुधार व नाका हटाने के निर्देश ठण्डे बस्ते में डाल दिए गए हैं। आदेश को एक महीना बीत गया है फिर भी लोगों को आवागमन के लिए हिचकोले खाकर गुजरना पड़ रहा है न तो अवैध नाका हटाया गया न ही उखड़ चुकी सड़क की रिपेयरिंग हुई। गौरतलब है कि सड़क में ओवरलोडिंग रोकने के नाम पर महीनों से लगा अवैध नाका लगा दिया गया है। सड़क संबंधी ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए कलेक्टर ने संबंधित विभाग को सुधार व नाका हटाने के लिए कहा था, जो जस का तस है। लीपापोती करते हुए विभाग ने सुधार की बजाय महज गिट्टी डाल दी। निर्माण न होने से दर्जनों गांव के लोगों का विकास प्रभावित है।

ए है मामला
चंदिया से अखड़ार गांव को जोडऩे नवनिर्मित सड़क से चंद माह में ही धुर्रे उड़ रहे हैं। तकरीबन २० किलोमीटर लंबाई वाले मार्ग का निर्माण लाखों की लागत से डेढ़ साल पहले शुरू हुआ था। 8 महीने पहले यह सड़क का कार्य पूरा हुआ था। कार्य की गुणवत्ता ऐसी कि पहली बारिश भी सड़क नहीं झेल पाई। नतीजा चांदपुर गांव समीप दर्जनों जगह गड्ढे उभर चुके हैं। इनमे वाहन गुजरते ही गिट्टयां व धूल का गुबार उठता है। सड़क की दुर्दशा देख अपनी कारगुजारियां छिपाने ठेकेदार ने खुद का बैरियर लगा लिया जबकि संबंधित फर्म के पास बैरियर लगाने कोई स्वीकृति नहीं ली गई।

नहीं हटा बैरियर

उक्त प्रधानमंत्री मार्ग में नागरिकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने संबंधित विभाग को बैरियर हटाने के निर्देश दिए थे। माहभर बाद भी कलेक्टर के निर्देश बेअसर साबित हुए हैं। मौके पर अखड़ार गांव में आज भी सड़क पर बैरियर तना हुआ। दूसरी ओर संबंधित फर्म जिसके नाम पर इसे लगाया गया वह पहले ही अपने वाहन अण्डर लोड होने का दावा करता है। अब ऐसे में कौन सच है कौन झूठा यह तो जिला प्रशासन ही बता सकता है।