जमीन विवाद में भाई ने भाई को मौत के घाट उतारा - शव खेत में फेंक कर हो गया था फरार

जमीन विवाद में भाई ने भाई को मौत के घाट उतारा - शव खेत में फेंक कर हो गया था फरार

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-02 10:26 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क सिंगरौली (सरई) । सरई थाना क्षेत्र के ग्राम भरसेड़ में बीते दिनों हुई हत्या का आरोपी पकड़ा गया है। बीते एक सप्ताह पूर्व आरोपी ने अपने सगे भाई को कुल्हाड़ी से मार कर पास के खेत में फेंक कर फरार हो गया था। अजय सिंह पिता बैजनाथ का शव 24 जून को मिलने के बाद गांव में सनसनी फैल गयी थी। कयास लगाए जा रहे थे कि अजय की हत्या जमीनी विवाद में पारिवारिक लोगों के द्वारा की गई होगी। थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी ने पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह के निर्देश पर विवेचना करते हुए आरोपी को धर दबोचा और बुधवार को उसे हत्या के आरोप में आईपीसी की धारा 302 के तहत न्यायालय में पेश किया, न्यायालय ने आरोपी का जघन्य हत्या के आरोप में न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। थाना प्रभारी श्री द्विवेदी का कहना है कि प्रथम दृष्टया ही मृतक के गले व गाल में धारदार हथियार से हमला कर हत्या किया जाना माना गया था। मृतक अजय और उसकी हत्या के आरोपी भाई सुदर्शन के बीच हिस्सा-बांट का विवाद चल रहा था। 
कुल्हाड़ी से की थी हत्या
घटना की रात सुदर्शन सिंह ने लक्ष्मी नारायण जायसवाल के खेत में अजय को कुल्हाड़ी से मारकर उसकी हत्या कर दी थी और फरार हो गया था। घटना की पतासाजी के लिए थाने की टीम में शामिल उप निरीक्षक सुधांशु सिंह, सहायक उप निरीक्षक संपत तिवारी, एसके दुबे, शेषमणि टांडिया व अन्य पुलिस कर्मियों ने हत्यारोपी को खोज निकाला। आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व रक्तरंजित कपड़े भी बरामद किए हैं। आरोपी की स्वीकारोक्ति उपरांत उस पर कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि लम्बे अरसे से यह विवाद चला आ रहा था जिसकी परिणति हत्या के रूप में हुई है।
जिले में नहीं थम रहे जमीनी विवाद
जिले में जमीनी विवादों के मामलों के उचित न्याय न मिलने और आपसी सुलह न होने के कारण गंभीर अपराधों का कारण बनते जा रहे हंै। कोरोना के समय से अब तक कहीं भी जमीन संबंधित विवादों या अपराधों के निराकरण को लेकर शिविर नहीं लगाए जा सके हैं। बारिश के बाद खेत जोतने और नवनिर्माण करने के कारण विवाद बाहर आने लगे हैं। जिला पुलिस के द्वारा थानों में जमीन से संबंधित विवादों के लिए फिर से शिविर लगाए जाने की आवश्यकता है।
 

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