उपचुनाव के नतीजे भाजपा के लिए चेतावनी - किसान मोर्चा
उत्साहित किसान उपचुनाव के नतीजे भाजपा के लिए चेतावनी - किसान मोर्चा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मंगलवार को आए उपचुनाव के नतीजों ने आंदोलकारी किसानों को उत्साहित कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) कहा है कि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान उपचुनाव के नतीजे भाजपा के लिए चेतावनी है कि अगर वे अपनी नीतियों को नागरिकों के हितों के अनुरूप नहीं बनाते हैं तो उन्हें परिणाम भुगतने पड़ेंगे। मोर्चा ने दावा किया कि 14 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए विधान सभा उपचुनाव में विशेषकर हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में जहां-जहां किसान आंदोलन ने अपनी ताकत लगाकर मतदाताओं से किसान विरोधी नीतियों के लिए भाजपा को दंडित करने का आग्रह किया था, वहां परिणाम भाजपा के खिलाफ गए।एसकेएम के सदस्य और किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि भाजपा को उपचुनाव में मिली चेतावनी समझ लेनी चाहिए। यदि भाजपा की सरकारें अभी भी अपनी जिद पर अड़ी रहीं तो उन्हें आगे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। एसकेएम ने यहां जारी बयान में कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का यह बयान कि संवाद ही किसी भी आंदोलन और किसानों के संघर्ष का समाधान है, बिल्कुल सही है। हालांकि यह भाजपा के पाखंड को दर्शाता है जो प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने को तैयार नहीं है। वार्ता का अंतिम दौर 22 जनवरी 2021 को समाप्त हुआ था। इसके बाद सरकार ने वार्ता को फिर से शुरू करने से इंकार कर दिया है। मोर्चा ने आरोप लगाया है कि भाजपा नेताओं द्वारा लखीमपुर खीरी हत्याकांड में न्याय को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है, जिसमें अधिकारियों का स्थानांतरण, गवाहों की रिपोर्ट में देरी और आरोपी आशीष मिश्रा और उनके सहयोगियों को वीआईपी सुविधाएं दिया जाना शामिल है।