कैबिनेट ने जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और कनाडा के एक नॉट फॉर प्रोफिट कॉरपोरेशन, इंटरनेशनल बारकोड ऑफ लाइफ के बीच समझौता को मंजूरी प्रदान की

कैबिनेट ने जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और कनाडा के एक नॉट फॉर प्रोफिट कॉरपोरेशन, इंटरनेशनल बारकोड ऑफ लाइफ के बीच समझौता को मंजूरी प्रदान की

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-08 08:34 GMT
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डिजिटल डेस्क, दिल्ली। मंत्रिमण्‍डल कैबिनेट ने जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और कनाडा के एक नॉट फॉर प्रोफिट कॉरपोरेशन, इंटरनेशनल बारकोड ऑफ लाइफ के बीच समझौता को मंजूरी प्रदान की। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय कैबिनेट ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन के अन्तर्गत आने वाले भारतीय प्राणि सर्वेक्षण (जेडएसआई) और कनाडा के एक नॉट फॉर प्रॉफिट कॉर्पोरेशन इंटरनेशनल बारकोड ऑफ लाइफ (आईबीओएल) के बीच जून 2020 को हस्ताक्षर हुए एक समझौता पत्र (एमओयू) के बारे में जानकारी दी। जेडएसआई और आईबीओवी डीएनए बारकोडिंग में आगे के प्रयासों के लिए एक साथ आए हैं। डीएनए बारकोडिंग मानकीकृत जीन क्षेत्रों के एक छोटे खंड को क्रमबद्ध करके और संदर्भ अनुक्रम के लिए व्यक्तिगत अनुक्रमों की तुलना करके प्रजातियों की तेजी और सही पहचान करने की एक पद्धति है। आईबीओएल एक अनुसंधान सहयोग है जिसमें राष्ट्र शामिल हैं जिन्होंने वैश्विक संदर्भ डेटाबेस के विस्तार, सूचना विज्ञान प्लेटफार्मों के विकास को सक्षम करने के लिए मानव और वित्तीय संसाधन दोनों को प्रतिबद्ध किया है और / या विश्लेषणात्मक प्रोटोकॉल को संदर्भ पुस्तकालय का उपयोग सूची, मूल्यांकन और जैव विविधता का वर्णन करने के लिए आवश्यक है। एमओयू से जेडएसआई बायोसान और प्लैनेटरी बायोडायवर्सिटी मिशन जैसे वैश्विक स्तर के कार्यक्रमों में भाग लेने में सक्षम हो सकेगा।

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