हैंडपम्प के पानी से हो रहा कैंसर ? अमरगढ़ के  लोगों का आरोप , हो चुकी 50 लोगों की मौत

हैंडपम्प के पानी से हो रहा कैंसर ? अमरगढ़ के  लोगों का आरोप , हो चुकी 50 लोगों की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-20 11:34 GMT
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डिजिटल डेस्क, बाकल/कटनी। बहोरीबंद तहसील के ग्राम अमरगढ़ के वाशिंदों पर कई सालों से लाइलाज कैंसर कहर बरपा रहा है। यहां  डेढ़ दशक में 50 से अधिक लोगों की कैंसर से मौत हो चुकी है। गांव के इसके लिए उन दो हैंडपंपों के पानी को जिम्मेदार मानते हैं, जिनसे उनकी प्यास बुझती है।  यह मामला एक बार फिर इसलिए सुर्खियों में है, क्योंकि बहोरीबंद विधायक प्रणय पांडेय ने अमरगढ़ में कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या पर सवाल उठाए हैं। पिछले डेढ़ दशक से गांव में कैंसर रोगियों की संख्या में हो रहीअचानक बढ़ोत्तरी के कारण ग्रामीणों को आशंका है कि हैंडपम्प के पानी से ही लोग बीमार हो रहे हैं। डेढ़ दशक में इस गांव में कैंसर से 45 से 50 साल के लगभग 50 लोगों की मौत हो चुकी है।  अनेकों बार शिकायत करने और जांच के नाम पर हैंडपंपों का सेम्पल लेने के बाद अब तक अधिकारी लोगों का डर दूर करने में नाकाम रहे हैं।  पानी के सेम्पल की रिपोर्ट के बारे में स्थिति स्पष्ट न होने से आशंकाओं को बल मिल रहा है। अलबत्ता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग ने लोगों की शिकायत के बाद डेढ़ वर्ष पूर्व दो हैंडपंप में लाल निशान लगाकर बंद जरूर किया गया है। पानी के संकट को देखते हुए लोगों ने इसमें से एक को चालू कर लिया है।

40 की उम्र में ही तोड़ रहे दम

अमरगढ़ ग्राम पंचायत में दस वर्षों तक सरपंच रहे राकेश सिंह लोधी ने बताया कि गांव में अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत गंभीर बीमारी से हो चुकी है। इनमें से ज्यादातर लोगों ने 40 वर्ष के आसपास की उम्र के युवक थे। पीएचई विभाग ने दस वर्ष पहले जांच के नाम पर पानी का सेम्पल लिया था, लेकिन रिपोर्ट के बारे में आज तक पंचायत को नहीं बताया गया। वर्तमान सरपंच रघुवीर सिंह के अनुसार ग्रामीणों की आशंका को देखते हुए गांव से करीब 500 मीटर दूर नया बोर कर पानी की सप्लाई किये जाने की मांग की जा चुकी है लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए। वर्तमान मेें हैंडपंपों से जो पानी आता है वह दूषित होने के साथ ही कुछ देर में लाल रंग का हो जाता है। जिससे बीमारियां फैलने को लेकर लोग आशंकित हैं। 

इनकी हुई बीमारी से मौत

गंभीर बीमारियों से जिन ग्रामीणों की मौत हुई उनमें इतियाबाई पति करिया चौधरी (40), सत्तूलाल साहू (44), बिहारीलाल पिता केशव पटेल (36), लाखन पटेल (52), धूपसिंह महतो की पत्नी (50), कुंदेलीबाई पति रामकुमार आदिवासी (44), रानी बाई पति रामपत लोधी (41) के साथ ही अनेक ग्रामीण काल के गाल में समा चुके हैं। प्रशासन भी यहां पर बीमारियों से पिछले दो वर्षों मेें सात मौत होने की बात को स्वीकार रहा है। 

विधायक ने सदन मेें उठाया मामला

अमरगढ़ में कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या के मुद्देे को बहोरीबंद विधायक प्रणय पाण्डेय ने विधानसभा में उठाते हुए जानकारी चाही, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि अमरगढ़ में शिविर लगाया गया था, जिसमें पांच मरीज मिले थे। सभी का इलाज जारी है। पानी का सेम्पल लेकर जांच कराई जा रही है।

इनका कहना है

गांव में जाकर जानकारी ली गई थी। मरीजों में अंदरूनी समस्या के कारण बीमारी की स्थिति बनी है। पानी की रिपोर्ट आ चुकी है और वह नार्मल है।
- एसके पाठक, बीएमओ बहोरीबंद

मैंने कुछ दिन पहले प्रभार लिया है। अब तक जानकारी नहीं थी। अब गांव का निरीक्षण कर लोगों से उनकी समस्या जानकर समाधान के लिए कदम उठाए जाएंगे।
- मीना कश्यप, सीईओ 

अमरगढ़ मेें हैंडपंपों के पानी का सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। जो भी रिपोर्ट आएगी उसके हिसाब से कदम उठाए जाएंगे।
-बीपी चक्रवर्ती, एसडीओ पीएचई
 

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