स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत है पहली शर्त : नायडू

स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत है पहली शर्त : नायडू

Tejinder Singh
Update: 2018-05-18 13:05 GMT
स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत है पहली शर्त : नायडू

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत पहली शर्त्त है। उन्होने कहा कि मेडकिल कॉलेजों के शिक्षकों का काम सिर्फ युवाओं को चिकित्सा ज्ञान और कौशल प्रदान करना ही नहीं है, बल्कि उन्हें एक ऐसा सजग नागरिक बनाना भी है जो नैतिक मूल्यों और ईमानदारी के उच्च मानदंडों का पालन करे। 

रोगियों के भरोसे को कायम रखें डॉक्टर   
उपराष्ट्रपति ने यह बात आज यहां लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होने कहा कि स्वस्थ भारत के लिए स्वच्छ भारत पहली शर्त्त है जिसके लिए जन स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों, पेशेवरों, स्थानीय निकायों और सामुदायिक संस्थाओं को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि देश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव और चिकित्सकों तथा अर्द्ध चिकित्सकों की कमी एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए देश को मेडिकल कॉलेजों या फिर अर्द्ध चिकित्साकर्मियों के रूप में बड़ी संख्या में मानव संसाधन की आवश्यकता होगी। 

भगवान के बराबर डॉक्टर 
नायडू ने कहा कि डॉक्टरों को भगवान के बराबर माना जाता है। ऐसे में चिकित्सकों की जिम्मेदारी है कि वे उन रोगियों के विश्वास और भरोसे को कायम रखें जो उनसे उपचार करा रहे हैं। उन्होने डॉक्टरों को सलाह दी कि वे वे हर स्तर पर नैतिकता और ईमानदारी के उच्च मानदंडों को बनाए रखें। 

 

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