दिग्विजय सिंह को नर्मदा परिक्रमा गांधी जयंती से शुरु करनी चाहिए : अजय सिंह

दिग्विजय सिंह को नर्मदा परिक्रमा गांधी जयंती से शुरु करनी चाहिए : अजय सिंह

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-28 15:42 GMT
दिग्विजय सिंह को नर्मदा परिक्रमा गांधी जयंती से शुरु करनी चाहिए : अजय सिंह

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने गुरुवार दोपहर अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उन्होंने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को नर्मदा यात्रा दशहरा के दिन 30 सितम्बर के स्थान पर 2 अक्टूबर को गांधी जयंती से प्रारंभ करने की सलाह दी थी, क्योंकि दशहरा पर राजपूत समाज शस्त्र पूजा करता है।

अजय सिंह ने मूंगावली में दिए कमलनाथ के बयान पर कहा कि नेतृत्व तय करना हाईकमान का काम है तथा उन्होंने भोपाली भाषा में कहा कि हाईकमान किसी भी फत्तू खां को नेतृत्व दे दे वे उसके अधीन काम करेंगे। अजय सिंह ने इस बारे में अपना मत दिया कि कांग्रेस जनों को नेता चुनने के बजाये पहले सरकार कैसे बने यह विचार करना चाहिये तथा सरकार बनने के बाद नेता का चयन किया जाना चाहिये।

चित्रकूट विधानसभा के उपचुनाव उन्होंने नवम्बर माह के पहले पखवाड़े में होने की संभावना व्यक्त की तथा कहा कि वे चित्रकूट नहीं जाते हैं तथा वहां के स्थानीय कांग्रेसजन ही वहां उपचुनाव की तैयारी कर रहे हैं। मंगावली  में इन्हीं दिनों उपचुनाव होने की बात कहते हुये उन्होंने कहा कि दिवंगत महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा का कोई बेटा नहीं है तथा दो पुत्रियां विदेश में हैं तथा भाई केके सिंह भी मुंगावली के रहने वाले नहीं हैं। इसलिये ज्योतिरादित्य सिंधिया जिसे टिकट देने की अनुशंसा करेंगे वह चुनाव लड़ेगा।

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि जनता की सर्वोच्च अदालत विधानसभा की अवमानना पर अब सरकार उतर आई है। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 27 सितंबर को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी विधेयक 1960 की धारा 2 में प्रशासक की परिभाषा को बदलने के संबंध में अध्यादेश लाने का निर्णय किया गया, जबकि यह विधेयक विधानसभा के वर्षाकालीन सत्र में 26 जुलाई को पुर:स्थापित किया जा चुका है। सिंह ने कहा कि इस मामले में वे सीएम शिवराज सिंह चौहान और समूचे मंत्रिमंडल के खिलाफ सदन की अवमानना करने पर विशेषाधिकार भंग का मामला लाएंगे।

अजय सिंह ने शिवराज सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि 14 साल की भाजपा सरकार को तेरहवें साल में प्रदेश के चहुमुखी विकास का रोडमैप बनाने की सुध आई। 14 साल बाद प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त, गरीबी मुक्त, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, हर घर में बिजली और शुद्ध पेयजल, गंदगी मुक्त, कुपोषण रहित, कृषि आय दोगुना करने की, महिलाओं का सशक्तिकरण और प्रदेश के कमजोर वर्गों के कल्याण की याद आ रही है। सिंह ने कहा कि तो क्या यह शिवराज सरकार मानती है कि इन वर्गों का अभी तक कोई भला नहीं हुआ।

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