डेंगू का प्रकोप : पिता की मौत के बाद बेटियों ने निभाया बेटों का फर्ज

डेंगू का प्रकोप : पिता की मौत के बाद बेटियों ने निभाया बेटों का फर्ज

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-12 02:47 GMT
डेंगू का प्रकोप : पिता की मौत के बाद बेटियों ने निभाया बेटों का फर्ज

डिजिटल डेस्क, पांढुर्ना। पांढुर्ना क्षेत्र में डेंगू का असर दिखने लगा है। डेंगू के प्रकोप से पांढुर्ना तहसील के गांव मांगुरली के रहने वाले पूनाजी खरकुसे उम्र 60 वर्ष की मौत हो गई। बीते कुछ समय से पूनाजी खरकुसे पांढुर्ना शहर में अमरावती रोड पर साईंस कॉलेज के पास रह रहे थे और बीमार होने के कारण कुछ समय पांढुर्ना में इलाज कराने के बाद पूनाजी को नागपूर के मेडीकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान पूनाजी को डेंगू होने की पुष्टी हुई। जिसके आधार पर डॉक्टर लगातार 5 दिनों से उनका इलाज कर रहे थे। रविवार को इलाज के दौरान पूनाजी खरकुसे ने दम तोड़ दिया।

बेटियों ने निभाया बेटों का फर्ज
मृतक पूनाजी खरकुसे की 5 बेटियां है। बेटा नही होने के चलते आखिरकार  बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाते हुए अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। पूनाजी की बेटी उर्मिला गाडरे, ममता घागरे, लक्ष्मी हजारे, बबली खवसे ने पिता की अर्थी का कंधा दिया, वहीं बेटी राधा यादव ने तिकांडे की मटकी पकड़ी। बड़ी बेटी उर्मिला ने पिता को मुखाग्नि दी। 

Similar News