गर्मी के मौसम में नदियों में दिखा बाढ़ सा नजारा

अजब हुआ मौसम का हाल गर्मी के मौसम में नदियों में दिखा बाढ़ सा नजारा

Tejinder Singh
Update: 2023-05-04 11:55 GMT
गर्मी के मौसम में नदियों में दिखा बाढ़ सा नजारा

डिजिटल डेस्क, वर्धा/यवतमाल।  गत एक माह से रुक-रुक कर बेमौसम बारिश हो रही है। ऐसे में मई माह की शुरुआत में मंगलवार की रात से बुधवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से वर्धा और यवतमाल जिले के कुछ नदी-नाले उफान पर आ गए। इससे कुछ समय के लिए यातायात ठप रहा। 

उधर हिंगणघाट तहसील के हाईवे नंबर 7 समीप पोहणा में बाढ़ आ गई। मई माह में जुलाई जैसी स्थिति निर्माण होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बाढ़ के चलते पोहना- वेणी महामार्ग पर पुल के ऊपर से पानी बहने लगा। वहीं दूसरी ओर पोहना से माधेली वरोरा मार्ग पर नाले में आई बाढ़ से कुछ घंटे के लिए यातायात ठप रहा। 

वर्धा शहर सहित जिले के कुछ स्थानों पर मंगलवार रात से मूसलाधार बारिश शुरू हुई जो बुधवार सुबह 10 बजे तक होती रही। इस बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त  हो गया। हिंगणघाट में हुई बारिश के कारण हाईवे नंबर 7 समीप पोहणा-वेणी महामार्ग के पुल के ऊपर से पानी बहने लगा। 

इससे किसान, विद्यार्थी व महिलाओं को अपनी जान खरते में डालकर सफर करना पड़ा। लगातार बारिश से नाले में बाढ़ आने से पानी पुल के ऊपर बहने लगा। इससे पोहना से माधेली वरोरा मार्ग बंद हो गया। यातायात भी पूरी तरह ठप हो गया। मंगलवार शाम से ही आंधी के साथ हिंगणघाट में बेमौसम बारिश शुरू हुई। बुधवार को नदी, नालों में पानी का जलस्तर बढ़ गया। नागपुर हैदराबाद राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 44 समीप पोहना से माधेली मार्ग के पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण यातायात ठप होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

87.83 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल का नुकसान

फिलहाल रबी का सीजन खत्म हो गया है। बावजूद इसके अप्रैल माह में हुई बेमौसम बारिश से खेतों में बची फसल किसानों के हाथ से निकल गई। इसमें संतरा, गेहूं, चना सहित कुल 87.83 हेक्टेयर की फसल का बेमौसम बारिश से नुकसान होने की जानकारी है।

223 मकानों को पहुंची क्षति

बेमौसम बारिश के चलते एक माह में 233 मकानों को क्षति पहुंची है। इसमें 22 तबेले व 211 घर शामिल हैं। कुछ घरों का आंशिक तथा कुछ घरों का भारी नुकसान होने की जानकारी है। कुछ घरों की छतें उड़ गईं तो कुछ घरों की दीवार ढह गई हैं। फिलहाल प्रशासन नुकसान का सर्वे कर रहा है। 

एक माह में 74 पशुओं की मृत्यु 

जिले में 1 अप्रैल से 3 मई के दौरान हुई बेमौसम बारिश के चलते भारी नुकसान हुआ है। अब तक 74 पशुओं की मौत हो चुकी है। इसमें 8 बैल, दो गाय, एक बछड़ा, 62 भेड़ तथा 1070 मुर्गी के चूजों का समावेश है। पांच मवेशियों के घायल होने की खबर है।  इनमें एक गाय, एक बैल सहित अन्य एक पशु का समावेश है।

अडाण नदी की पुलिया से बहता रहा पानी

यवतमाल-दारव्हा मार्ग पर बोरी अरब के पास मंगलवार को अडाण नदी का पानी पुलिया के ऊपर से गुजर रहा था। इस कारण यहां सुबह से यातायात ठप था। दोपहर 4 बजे पानी कम होने पर यातायात सुचारू हो पाया। मंगलवार दोपहर को दारव्हा में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति गंभीररूप से घायल हो गया। नेर तहसील में पेड़ धराशायी होने की जानकारी है। अब तक 4 हजार हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचने के साथ बड़ी संख्या में घरों को क्षति पहुंचने की जानकारी है। 

पुलगांव में जनजीवन अस्त-व्यस्त 

पुलगांव में लगातार हो रही बारिश के कारण परिसर के नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है। नालों में पानी लबालब बह रहा है। शहर सहित ग्रामीण भागों के रास्तों की हालत गंभीर है। शनि मंदिर टी-प्वाइंटर के प्रमुख रास्ते पर बड़े पैमाने पर पानी जमा हो गया। इस कारण वाहन चालकों सहित पैदल चलने वाले नागरिकों को परेशानी हो रही है। रास्ते पर गंदा पानी जमा होने से पैदल चलना भी मुश्किल है। बुधवार सुबह समाचार पत्र वितरण करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश होने से यहां का जनजीवन प्रभावित हुआ। जिन लोगों के यहां विवाह समारोह के कार्यक्रम थे उन्हंे दिक्कतों का सामना करना पडा़। 15 अप्रैल से बीच-बीच में हो रही बेमौसम बारिश से बिजली आपूर्ति खंडित होने से नागरिकों को परेशान होना पड़ा। फसलों का भी भारी नुकसान हुआ। सरकार से नुकसान भरपाई देने की मांग किसान कर रहे हैं।

7 मई तक येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने एक बार फिर आगामी 7 मई तक वर्धा और यवतमाल जिले में येलो अलर्ट जारी करते हुए बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के तहत 4 से 7 मई के दौरान जिले में गरज, चमक के साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे के तहत कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। किसानों के साथ-साथ नागरिकों को भी सतर्क रहने का आह्वान किया गया है।

 

 

 

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