महाराष्ट्र की तीन परिचारिकाओं को फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार

उपलब्धि महाराष्ट्र की तीन परिचारिकाओं को फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार

Tejinder Singh
Update: 2022-11-07 14:50 GMT
महाराष्ट्र की तीन परिचारिकाओं को फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को नर्सिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए महाराष्ट्र की तीन परिचारिकाओं को वर्ष 2021 के लिए फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया। पुरस्कार पाने वालों में राजश्री पाटील, मनीषा जाधव और अल्का कोरेकर शामिल है। हालांकि, प्रदेश से अंजली पटवर्धन को भी राष्ट्रीय पुरस्कार घोषित हुआ है, लेकिन वह समारोह में अनुपस्थित रही।  

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में स्वास्थ्य क्षेत्र की रीढ़ माने जाने वाली विभिन्न राज्यों की कुल 51 नर्स और नर्सिंग पेशेवरों को फ्लोरेंस नाईटिंगल पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ भारती पवार मौजूद थे।

राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित परिचारिकाओं में सोलापुर जिले के मोरूची स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सहायक नर्सिंग मिडवाइफरी (एएनएम) मनीषा जाधव को क्षय रोगियों की उचित देखभाल करने के लिए पुरस्कार मिला है। श्रीमती जाधव पिछले 16 वर्षों से स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत है। जलगांव जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की महिला स्वास्थ्य सहायक (एलएचवी) राजश्री पाटील, जो पिछले 22 वर्षों से नर्सिंग क्षेत्र में कार्यरत है को केंद्र और राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं में विशेष योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया। पुणे के राज्य ग्राम स्वास्थ्य परिचारिका (वीएचएन) और राज्य परिवार कल्याण विभाग की सेवानिवृत्त मेट्रन अल्का कोरेकर को कोविड के दौरान उल्लेखनीय सेवा के लिए पाटील को भी फ्लोरेंस नाईटिंगल पुरस्कार मिला है। इसके अलावा समारोह में महाराष्ट्र की रहने वाली और दिल्ली के एम्स में उप नर्सिंग अधीक्षक रही मीरा धोटे को भी कोविड के दौरान सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार का स्वरूप पदक, प्रशस्ति पत्र और 50 हजार रुपये नकद है।

 

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