आग से चार हेक्टेयर क्षेत्र का जंगल हुआ खाक
गोंदिया आग से चार हेक्टेयर क्षेत्र का जंगल हुआ खाक
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. गोरेगांव वनपरिक्षेत्र अंतर्गत पिंडकेपार रिटटोली परिसर में स्थित जंगल में आग लगने से चार हेक्टेयर में लगाए गए पौधे जलकर खाक हाे गए। यह घटना 12 मई को हुई है। लेकिन घटना की जानकारी सोमवार, 16 को वनविभाग गोरेगांव की ओर से प्राप्त हुई है। चर्चा चल रही है कि इस घटना को जानबूझकर किसी ने अंजाम दिया है। जबकि वनविभाग व निवासी बस्ती इस घटनास्थल से नजदीक है। वनविभाग ने अज्ञातों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विशेष उल्लेखनीय यह है कि गोरेगांव वनपरिक्षेत्र के जंगलों से सटकर अनेक ईंट भटि्टयां शुरू है। जिससे आगजनी की घटनाएं घटने की प्रबल संभावना बनी रहती है। फिर भी इस ओर वनविभाग अनदेखी क्यों कर रहा है यह समझ से परे है। बता दंे कि 33 करोड़ पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान गोरेगांव वनपरिक्षेत्र के पिंडकेपार रिटटोली परिसर में स्थित कक्ष क्रमांक 462 जंगल में वर्ष 2018 में 1 जुलाई को 4 हजार 400 पौधों का रोपण किया गया था। इस दौरान तत्कालीन आरएफओ जाधव द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में पौधारोपण कार्यक्रम को सफल बनाया गया था।
रिटटोली परिसर जंगल में पिंडकेपार ग्राम के युवकों द्वारा युवा महाशक्ति मंच तथा जनसहयोग के माध्यम से पौधों का रोपण कर उनका संवर्धन किया गया। पौधे वृक्षों में तब्दील हो ही रहे थे कि किसी अज्ञात ने इस जंगल को आग लगा दी। घटना की जानकारी मिलते ही वनविभाग के कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया। लेकिन यह सवाल निर्माण हो रहा है कि आग किसने और क्यों लगायी है। यदि आगजनी की घटना हुई तो आग की वजह क्या है? इसके लिए दोषी वनविभाग या अन्य कोई और है।
क्योंकि गोरेगांव वनपरिक्षेत्रों से सटे अनेक ईंट भटि्टयां लगी हुई है। और यह सभी ईंट भटि्टयां अवैध रूप से चलायी जा रही है। ग्रीष्मकाल की आंधी तूफानों से भटि्टयों की चिंगारियां भी निकलकर आग का कारण बन जाती है। यह सब वनविभाग की नजर के सामने दिखाई देने पर भी उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। यह समझ के परे है।
अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
डी. धुर्वे, राउंड ऑफिसर, वनविभाग के मुताबिक कक्ष क्रमांक 462 में आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही आग बुझाने के उपकरण व वनविभाग के कर्मचारियों के माध्यम से आग बुझायी गई। लगभग 4 हेक्टेयर में आग फैली थी। अज्ञातों के खिलाफ वन अधिनियमों के तहत मामला दर्ज किया गया है। आग का कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है।