पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा मुझे शिवराज का खुलासा करने में इंटरेस्ट

अब कमलनाथ ने ली चुटकी पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा मुझे शिवराज का खुलासा करने में इंटरेस्ट

Safal Upadhyay
Update: 2022-07-02 09:09 GMT

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। इंटरेस्ट को लेकर हो रही बयानबाजी में अब पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि मुझे तो शिवराज के खुलासे करने में इंटरेस्ट है। जबलपुर में मुझसे पूछा कि आप छिंदवाड़ा नहीं गए। मैंने कहा जरूर जाउंगा। अब मैं यहां आता हूं तो उनके पेट में दर्द क्यू होता है। उन्होंने शिवराज पर एक और तंज कसते हुए कहा कि मप्र हाल ही में रणजी ट्राफी जीता है, शिवराज ने झूठ में वर्ल्ड कप जीत लिया है। छिंदवाड़ा नगरनिगम चुनाव प्रचार के दूसरे दिन कमलनाथ ने अपने निवास शिकारपुर में प्रेंस कांफ्रेंस की।

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अब शिवराज दौरा कर रहे हैं। वे अगले पांच साल की बात कर रहे हैं। जबकि उन्हें 18 साल में क्या देना चाहिए। उनके राज में पंचायत, नगरीय निकाय और प्रदेश सरकार तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। शिवराज खुद को मामा कहते हैं, जबकि प्रदेश में सबसे ज्यादा अत्याचार महिलाओं और बेटियों पर हो रहा है। किसान का बेटा कहते हैं, जबकि किसान सबसे ज्यादा परेशान हैं। श्री नाथ ने कहा शिवराज विजन नहीं, टेलीविजन समझते हैं। रोज नई नौटंकी और नया झूठ बोलते हैं। 20 हजार से ज्यादा झूठी घोषणाएं कर चुके हैं। श्री नाथ ने मुख्यमंत्री के संबल योजना बंद किए जाने के आरोपों का भी जवाब दिया। कहा कि हमने अपनी सरकार में संबल योजना बंद नहीं की थी। शिवराज झूठ बोल रहे हैं। हमने उसका नाम नया सवेरा रखा था। साथ ही योजना का सरलीकरण किया था, ताकि लोगों को भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा था कि अगले 10 साल का छिंदवाड़ा हम कैसे बनाएंगे। उन्होंने महापौर और पार्षद प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। कहा कि विकास की जिम्मेदारी मेरी होगी।

प्रशासन शपथ के अनुसार काम करे

त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पुलिस और प्रशासन अपने कर्तव्यों का निर्वहन जो उन्होंने शपथ ली है उसके अनुसार करे। उन्होंने यह कहते हुए चेताया कि कल के बाद परसों भी आता है।

ननि में एडवायजरी कौंसिल बनाएंगे

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने घोषणा की है कि प्रदेश के जिन नगरनिगमों में कांग्रेस के महापौर और परिषद बनेगी वहां एडवाइजरी कौंसिल का गठन होगा। इसमें पत्रकार, शिक्षक, वकील जैसे बुद्धिजीवियों को शामिल किया जाएगा। इसके पीछे उन्होंने कहा कि जो महापौर या पार्षद बनता है उन्हें सभी क्षेत्रों का ज्ञान नहीं होता। 
 

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