मछली पकडऩे गये चार मासूम बच्चे म्यार नदी में फंसे - होमगार्ड व पुलिस के जवानों ने सुरक्षित निकाला

मछली पकडऩे गये चार मासूम बच्चे म्यार नदी में फंसे - होमगार्ड व पुलिस के जवानों ने सुरक्षित निकाला

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-23 10:07 GMT
मछली पकडऩे गये चार मासूम बच्चे म्यार नदी में फंसे - होमगार्ड व पुलिस के जवानों ने सुरक्षित निकाला

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (माड़ा)। यहां माड़ा थाना क्षेत्र की मयार नदी में मछली पकडऩे गये चार बच्चे एक टीले पर बैठकर शिकार कर रहे थे। चूंकि बारिश हो रही थी, इसीलिये अचानक पानी का तेज बहाव आया और टीला पानी के बीच में आ गया। चारों बच्चे इसी टीले पर फंस गये और चारों ओर पानी भर गया था। नदी के बीच टापू जैसे स्थान में बच्चों ने खड़े होकर बचाने की गुहार लगायी। लेकिन स्थानीय लोगों की बाढ़ के तेज बहाव में जाने की हिम्मत नहीं पड़ी। अंतत: उन्होंने माड़ा थाने की पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पहुंची एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों की टीम ने पानी में उतरकर चार मासूमों को बचा लिया।
7 से 10 वर्ष की उम्र के थे बच्चे
दोपहर बाद हुई इस घटना में सभी बच्चे 7 से 10 वर्ष की उम्र के थे। स्थानीय जरहां गांव के श्याम सुंदर केवट का 7 वर्षीय पुत्र इशू, 10 वर्षीय अशोक, 9 साल का प्रिंस और 9 वर्षीय नवनीत की इस घटना में जान जोखिम में पड़ गयी थी। सभी बच्चे केवट परिवार के थे। जिस समय वे नदी में पहुंचे उस समय पानी काफी कम था। पहाड़ पर तेज बारिश के कारण नदी में एकदम तेज बहाव आया, जिससे ये चारों तरफ से पानी में घिर गये थे। 
एसडीआरएफ व होमगार्ड के जवान बने भगवान
कलेक्टर व एसपी के निर्देश पर एडीएम बीके पांडेय, एसडीएम ऋषि पवार, नायब तहसीलदार दिव्या सिंह, माड़ा टीआई चंद्रशेखर पांडेय, उप निरीक्षक राकेश राजपूत रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पानी लगातार बढ़ता जा रहा था, जिसके कारण जिस टीले पर बच्चे खड़े थे, वह पानी में समाता जा रहा था। बच्चों के घुटनों तक पानी पहुंच गया था। आपदा प्रबंधन टीम ने कंपनी कमांडर होमगार्ड पीएल कोगे के नेतृत्व में रेस्क्यू प्रारंभ किया गया। सभी बच्चों को लाइफ जैकेट पहनाकर रस्सी के सहारे बाहर निकाल लिया गया। 
इनका रहा योगदान
बच्चों को उफनती म्यार नदी के बीच से निकालने वाली आपदा प्रबंधन टीम के सदस्यों में एसडीआरएफ टी के प्लाटून कमांडर योगेन्द्र बहादुर सिंह, दलबीर प्रसाद, उदित नारायण, राजकुमार, संजय, बाबूलाल, मनमोहन सिंह, लाल प्रताप, कुमारे लाल और संतोष शामिल थे। बच्चों के परिजनों और ग्रामीणों ने जिला और पुलिस प्रशासन तथा बचाव दल का आभार जताया।

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