झाबुआ: वैश्विक आयोडीन अल्पता निवारण दिवस

झाबुआ: वैश्विक आयोडीन अल्पता निवारण दिवस

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-23 09:24 GMT
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डिजिटल डेस्क, झाबुआ। झाबुआ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर ने अवगत कराया कि प्रतिवर्ष अनुसार 21 अक्टूबर 2020 बुधवार को वैश्विक आयोडीन अल्पता निवारण दिवस के रूप में मनाया गया और 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2020 तक आयोडिन सप्ताह मनाया जावेगा। प्रदेश के साथ-साथ जिले में भी इस दिन से साप्ताहिक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जिले की समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रचार-प्रसार की गतिविधियों का आयोजन किया जावेगा। आयोडीन की उपयोगिता एवं समस्त आयु वर्ग में आयोडीन के महत्व के संबंध में जानकारी जागरूकता के लिए प्रसारित की जावेगी। साधारण नमक में आयोडीन की कमी को रोकने के लिए थोडा सा आयोडीन मिला देते हैं, इससे नमक के स्वाद व रंग रूप में कोई अंतर नहीं पड़ता हैं परन्तु आयोडीन की कमी से होने वाली बहुत से रोगो को रोका जा सकता हैं। हम प्रतिदिन नमक का सेवन नियमित रूप से करते हैं। यदि नमक में थोड़ा आयोडीन मिला दिया जाता है तो वह हमारे शरीर में आयोडीन की कमी को पूरा कर देता हैं। पूरे जीवनकाल में कभी भी आयोडीन की कमी हो सकती हैं। इस लिए सभी आयोडीन युक्त नमक का उपयोग करें। आयोडीन की कमी से घेंघारोग, मानसिक विकृती, बेहरापन, गूंगापन, भेंगापन, ठीक से खडे होने व चलने में कठिनाई साथ ही शारीरिक विकास में रूकावट गर्भवती स्त्री के शरीर में आयोडीन की कमी होने पर गर्भपात का खतरा, बच्चे का मरा हुआ पैदा होना, मानसिक रूप से विकृत बच्चें का पैदा होना आदि समस्या हो सकती है। इनमें से किसी भी बीमारी का उपचार साधारण तरीके से नहीं हो पाता हैं, सिर्फ आयोडीनयुक्त नमक का सेवन करके ही इन बीमारियों को रोका जा सकता हैं। उक्त दिवस के उपलक्ष्य में जिले में कार्यरत आशा सहयोगी, आशा कार्यकर्ताओं तथा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत सेवाएं दे रहे साथियों द्वारा आयोडिन नमक का स्वयं उपयोग करने एवं गांव की जनता को आयोडिन युक्त नमक का उपयोग करने के लिए शपथ दिलाई तथा ग्राम स्तर पर नारे लेखन किया गया।

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