यहां पेड़ के नीचे लगती है क्लास, डिजिटल स्कूल की लिस्ट में है स्कूल का नाम

यहां पेड़ के नीचे लगती है क्लास, डिजिटल स्कूल की लिस्ट में है स्कूल का नाम

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-25 10:04 GMT
यहां पेड़ के नीचे लगती है क्लास, डिजिटल स्कूल की लिस्ट में है स्कूल का नाम

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहे हमारे कदम आज भी गांवों की स्कूलों की दशा देखकर ठिठक रहे हैं। सरकार जहां आज हर विभाग को डिजिटल बनाने की कवायद कर रही है, वहीं गोंदिया में बच्चे पेड़ के नीचे बैठकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं। इस स्कूल को देखने के बाद भौतिक सुविधाओं के अभाव में स्कूल प्रशासन की पोल खुल रही है। गोरेगांव पंचायत समिति अंतर्गत आने वाले ग्राम चिचगांवटोला में जिला परिषद स्कूल की इमारत जीर्ण अवस्था में होने से वहां के विद्यार्थी गत एक वर्ष से पेड़ के नीचे शिक्षा ले रहे हैं। विशेष उल्लेखनीय है कि यह शाला डिजिटल स्कूल की लिस्ट में शामिल है। 

चिचगांवटोला में कक्षा पहली से चौथी तक जिला परिषद प्राथमिक स्कूल संचालित है। इस स्कूल में 41 स्टूडेंट्स शिक्षा ले रहे हैं। शिक्षा विभाग ने इस स्कूल को डिजिटल स्कूल का दर्जा दिया है। जबकि हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। विद्यार्थियों के लिए जो कक्षा का निर्माण किया गया है, वह पूरी तरह से जीर्ण अवस्था में पहुंच चुकी है। कभी भी यहां की दीवार और छत ढह सकती है और किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। जिसके डर से यहां के शिक्षकों ने विद्यार्थियों को कक्षा में न बैठकर, सुरक्षा की दृष्टि से पेड़ के नीचे पाठशाला लगाना शुरू कर दिया है। यह सिलसिला पिछले एक वर्ष से चल रहा है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि शिक्षा विभाग अपनी उच्च स्तर पर वाहवाही लूटने के लिए सिर्फ ढिंढोरा पीटता है। जबकि जिला परिषद स्कूलों की हकीकत कुछ और ही बयां करती है। 

कक्षा का कमरा असुरक्षित
चिचगांवटोला जिला परिषद स्कूल में कक्षा पहली से चौथी तक 41  विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, लेकिन कक्षा जीर्ण अवस्था में होने से सुरक्षा की दृष्टि से विद्यार्थियों को गत एक वर्ष से पेड़ के नीचे बैठाकर शिक्षा दी जा रही है। नए कक्षा के कमरे का निर्माण कार्य शुरू है। कक्षा का काम पूर्ण होते ही वहां पर विद्यार्थियों को बैठाया जाएगा।
- जी.पी. गजभिये, मुख्याध्यापक, जिप स्कूल चिचगांवटोला

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