हाथियों के झुंड ने फिर गोभा में मचाया तांडव -दो मकान धराशायी, मक्के और धान की फसल को भी किया तबाह

 हाथियों के झुंड ने फिर गोभा में मचाया तांडव -दो मकान धराशायी, मक्के और धान की फसल को भी किया तबाह

Bhaskar Hindi
Update: 2020-08-29 09:28 GMT
 हाथियों के झुंड ने फिर गोभा में मचाया तांडव -दो मकान धराशायी, मक्के और धान की फसल को भी किया तबाह

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (वैढऩ)। छत्तीसगढ़ के बार्डर से जिले के गोभा में प्रवेश करने के बाद हाथियों के झुंड ने जमकर तांडव मचाया है। हाथियों के झुंड ने दक्षिणी गोभा में प्रवेश करने के साथ दो मकानों को निशाना बनाया है। बताया जाता है कि हाथियों के अटैक से जहां दो मकान धराशायी हो गये हैं, वहीं मक्का, धान समेत अन्य फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग के अधिकारियों की जानकारी के अनुसार हाथियों के झुंड ने गुरूवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात बार्डर से गोभा के मटवाटोला में प्रवेश किया था। इसके बाद बेकाबू हाथियों के झुंड ने दक्षिण गोभा पहुंचने के बाद जमकर दहशत फैलाई है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के झुंड ने किसानों की खेत में खड़ी मक्के और धान की फसल को भी तबाह कर दिया है। बताया जाता है कि हाथियों का झुंड इतना आक्रामक था कि एक झटके में ही गांव में ताबाही मचा दी है। हाथियों के जिले में आंतक फैलाने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन इससे पहले झुंड जंगलों में छिप गया है।
12 से 15 हाथियों के होने का अनुमान
जिले की सीमा में प्रवेश करने के साथ ही जिस तरह से हाथियों के झुंड ने फसल समेत मकानों को धराशायी कर दिया है, इससे इनकी संख्या 12 से 15 के बीच होने का अनुमान जताया जा रहा है। डीएफओ ने बताया कि हाथियों का झुंड रात में जिले की सीमा में प्रवेश करने के बाद फिर जंगल में छिप गया है। उन्होंने बताया कि हाथियों के झुंड ने संभवत: यूपी जिले की तरफ मूवमेंट किया है। डीएफओ का कहना है कि हाथियों के फिर जिले की सीमा में वापस आने की संभावना के चलते बार्डर पर कड़ी निगरानी कराई जा रही है।
सर्चिंग के बाद जारी किया गया अलर्ट
छत्तीसगढ़ की सीमा से जिले में हाथियों के प्रवेश करने की सूचना मिलने पर बार्डर में स्थिति जंगल की सर्चिंग कराई गई है। डीएफओ ने बताया कि हाथियों का झुंड बार्डर से आने के बाद फिर जंगल की तरफ  चला गया है। उन्होंने बताया कि हाथियों के वापस आने की संभावना के चलते अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि हाथियों का फिर मूवमेंट होने के कारण ग्रामीणों को इनसें दूर रहने की मुनादी कराई गई है। डीएफओ ने बताया झुंड में शामिल हाथी खतरनाक हैं इसलिये ग्रामीणों को सर्तक किया गया है।
ग्रामीणों में दहशत बरकरार
जिले में छह माह पहले गोभा में प्रवेश करने के बाद हाथियों के झुंड ने एक वनकर्मी समेत एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि एक बार फिर छत्तीसगढ़ से आये हाथियों के झुंड ने दस्तक देने के साथ ही उत्पात मचा दिया है। इससे हाथियों को लेकर ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। जबकि वन विभाग के अधिकारी भी हाथियों के आंतक से वाकिफ  हंै। इसके चलते बार्डर के समीपी गांवों में एनाउंसमेंट कर ग्रामीणों को इनसे दूर रहने की चेतावनी जारी की है। रेंजर भीमसेन साकेत ने बताया कि 20 सदस्यीय टीम ने जंगल की सर्चिंग कर हाथियों के मूवमेंट का पता लगाने की कोशिश की है लेकिन उनका पता नहीं चल पाया है।
राजस्व टीम ने लिया फसल क्षति का जायजा
हाथियों के झुंड द्वारा जिले की सीमा में प्रवेश करने के साथ ही आधा दर्जन किसानों की खेत में खड़ी फसल को तबाह कर दिया है। इस बात की जानकारी सामने आने के बाद गोभा के मुनगहवां हल्का पटवारी ने नायब तहसीलदार के निर्देश पर फसल नुकसानी का प्रतिवेदन तैयार किया है। हाथियों के मूवमेंट से मुनगहवां गांव के एक ही परिवार के चार सदस्यों की मक्के, धान और सभा की फसल को क्षति होने की जानकारी सामने आई है।
इनका कहना है
छत्तीसगढ़ की सीमा से गुरूवार और शुक्रवार की रात 2 बजे हाथियों के झुंड ने गोभा में प्रवेश किया था। इनके झुंड में करीब 12 से 15 हाथियों के होने की संभावना है। पूरे क्षेत्र में सर्चिंग कराकर अलर्ट जारी किया गया है।
-विजय सिंह, डीएफओ
हाथियों के झुंड ने दो मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। इसके साथ ही चार किसानों के फसल की क्षति हुई है। मौके का जायजा लेकर फसल और मकान की क्षति का प्रतिवेदन तैयार किया गया है।
-दिव्या सिंह, नायब तहसीलदार
 

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