आईसीएआर- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर सप्ताह भर के कार्यक्रम का आयोजन किया गया

आईसीएआर- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर सप्ताह भर के कार्यक्रम का आयोजन किया गया

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-03 08:05 GMT
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा 26 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सात दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत 26 सितंबर को सुबह 09:30 बजे से लेकर 11:30 बजे तक स्वच्छता अभियान के साथ की गई, जिसका नेतृत्व आईसीएआर-आईएआरआई के निदेशक, डॉ. एके सिंह ने निदेशालय परिसर में किया। सभी डिवीजनों के प्रमुखों सहित वैज्ञानिकों, कर्मचारियों और छात्रों ने इस कार्यक्रम में स्वेच्छा से हिस्सा लिया और स्वच्छता अभियान के इस विशेष अवसर पर सामाजिक दूरी और सर्वोत्तम स्वच्छता प्रथाओं के सभी उपायों को अपनाकर संस्थान परिसर के विभिन्न प्रभागों को स्वच्छ किया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन वॉकथॉन का आयोजन किया गया जिसमें 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया और 3.5 किलोमीटर की दूरी तय की गई। आईसीएआर-आईएआरआई के निदेशक, डॉ. एके सिंह ने संयुक्त निदेशकों के साथ वॉकथॉन पूरा किया और प्रतिभागियों को प्रेरित किया। 28 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक, अगले तीन दिनों के समारोह का आयोजन युवाओं को प्रेरित करने और ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जा रही चित्रकला, क्विज और भाषण प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करने के लिए किया गया। 6 विभिन्न स्कूलों से पांचवीं से लेकर बारहवीं कक्षा तक के कुल 100 स्कूली छात्रों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। 28 सितंबर को ऑनलाइन रूप में जूनियर और सीनियर स्तर के अलग-अलग छात्रों के दो समूहों के लिए महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कुल 61 छात्रों ने हिस्सा लिया और प्रत्येक समूह से 4 छात्रों को पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। 29 सितंबर को महात्मा गांधी के जीवन दर्शन ज्ञान पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और 30 सितंबर को गांधी दर्शन: आत्मनिर्भर भारत पर ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और कुल 8 छात्रों का चयन अलग-अलग पुरस्कार के लिए किया गया। 1 अक्टूबर को आईएआरआई कर्मचारियों, छात्रों, शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन 2 विषयों ‘गांधी दर्शन: आत्मनिर्भर भारत’ और ‘बदलते परिवेश में ग्राम स्वराज का स्वरूप’ के साथ किया गया। 26 सितंबर से 30 सितंबर के दौरान गांधी जी के जीवन और दर्शन पर आधारित ऑनलाइन प्रहसन प्रतियोगिता का आयोजन आईएआरआई के पीजी छात्रों के लिए किया गया और सर्वश्रेष्ठ 3 प्रविष्टियों का चयन पुरस्कार के लिए किया गया। सप्ताह भर तक चलने वाले इस कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन वर्चुअल रूप में डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डीएआरई और डीजी आईसीएआर और प्रसिद्ध गांधीवादी दार्शनिक, पद्मश्री डॉ. रवींद्र कुमार की उपस्थिति में आज 2 अक्टूबर को दोपहर ढाई बजे से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती वंदना और सभी अतिथियों द्वारा महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ की गई। आईसीएआर-आईएआरआई के निदेशक, डॉ. एके सिंह ने मुख्य अतिथि और अन्य सभी सम्मानित अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ. रवींद्र कुमार, पूर्व कुलपति, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ और एक प्रसिद्ध गांधीवादी दार्शनिक ने "गांधीवादी तरीके से खेती और वर्तमान समय में उसकी प्रासंगिकता" पर एक विचारात्मक व्याख्यान दिया। उन्होंने गांधीवादी दर्शन के विभिन्न सिद्धांतों और भारतीय कृषि और पर्यावरण के लिए इसके महत्व और इसे चिरस्थायी बनाने के उपायों और साधनों पर प्रकाश डाला। डॉ. त्रिलोचन महापात्र, आईसीएआर के महानिदेशक और डीएआरई के सचिव, ने वैज्ञानिकों और छात्रों से गांधीवादी दर्शन से सीख प्राप्त करने और ग्रामीण भारत के किसानों के लिए खेती को एक चिरस्थायी और लाभदायक उद्यम बनाने के लिए नवाचार करने का आग्रह किया। मुख्य अतिथि द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए कुल 20 पुरस्कार वितरित किए गए और विभिन्न स्कूलों से शामिल हुए सभी छात्रों को सहभागिता प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। गांधीवादी दर्शन पर एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम ने छात्रों, कर्मचारियों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं में एक नई ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम का समापन संयुक्त निदेशक (प्रसार), डॉ. वीके सिंह द्वारा प्रस्तावित धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। **** एमजी/एएम/एके/एसके (Release ID: 1661124) अभ्यागत कक्ष : 12 Read this releasein: English , Manipuri , Punjabi ,%

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