कभी सिंगरौली की शान था होटल चिराग, फिर रोशन होने का इंतजार

कभी सिंगरौली की शान था होटल चिराग, फिर रोशन होने का इंतजार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-02 11:37 GMT
कभी सिंगरौली की शान था होटल चिराग, फिर रोशन होने का इंतजार

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(वैढन)। बंद होने के डेढ़ दशक बाद भी पर्यटन विकास निगम का होटल चिराग को इनोग्रेशन का इंतजार है। मेंटेनेंस के बाद एक साल से बनकर तैयार होटल में धूल और मकड़ी के जाल जमने लगी है। पर्यटन निगम द्वारा अभी चालू कराने की कोई सक्रियता नहीं दिखाई जा रही है। पर्यटन विकास निगम द्वारा जिला मुख्यालय वैढन के माजन मोड़ में होटल चिराग शहर के आगंतुको के लिए एक सर्व सुविधायुक्त रेस्टोरेन्ट और होटल संचालित  हो रहा था। जो स्थानीय प्रबंधको की निष्क्रियता और उदासीनता के कारण घाटे में चलता रहा। जिसे विगत 2002-03 में बंद कर दिया गया था। जिससे होटल चिराग हमेशा के लिए बंद कर दिया गया। लेकिन बाद में पर्यटन विकास निगम ने होटल को मेंटनेंस कराकर फिर से संचालित करने की योजना तैयार की। जिसका विगत दो साल पहले मेंटेनेंस कराया गया। लेकिन लगभग 1 साल से होटल बनकर तैयार है। जिसमें रखरखाव के अभाव में धूूल और मकड़ी का जाल बनता जा रहा है।

7 साल तक संचालित था कलेक्ट्रेट

होटल चिराग में 24 मई 2008 से यानी लगभग सात साल तक कलेक्ट्रेट कार्यालय चलता रहा है। कलेक्ट्रेट के नये भवन में शिफ्ट होने के बाद से यह फिर से खाली पड़ा रहा। जिसे नगर निगम की तत्कालीन आयुक्त छवि भारद्वाज ने पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों से बात कर इसे चालू कराने की पहल की थी। इसी बीच आईएएस अफसर श्रीमती भारद्वाज पर्यटन निगम की एमडी बनी और उन्होंने पद संभालते ही होटल के पुराने ढ़ाचे की मरम्मत, रंगरोगन एवं कर्मचारियों के लिए अलग से कक्षों का निर्माण कराया गया। इसी बीच वह सिंगरौली दौरे में होटल के मरम्मत कार्य का अवलोकन भी किया था। 

3 करोड़ मे कराया गया काम

इस होटल को चालू कराने के लिए  पर्यटन विकास निगम द्वारा विगत 2 साल पहले 3 करोड़ की लागत से रिनोवेशन और अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया गया था। जिससे लोगो में होटल के शीघ्र चालू होने की उम्मीदें जग गई थी। लेकिन बनने के एक साल बाद भी चालू होने  से धूल और गंदगी जमने लगी है।

इनका कहना है

चिराग होटल को लीज पर देने की प्रक्रिया चल रही है। आगामी दो-तीन माह में होटल चालू होने की संभावना है। - आकाश श्रीवास्तव,जीएम, संपदा पर्यटन विकास निगम भोपाल

Tags:    

Similar News