सिंगरौली के कोल ब्लॉक से औद्योगिक जगत को मिलेगी ऑक्सीजन 

 सिंगरौली के कोल ब्लॉक से औद्योगिक जगत को मिलेगी ऑक्सीजन 

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-20 13:35 GMT
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डिजिटल डेस्क  सिंगरौली वैढऩ। कोविड-19 के कारण चरमराई देश की अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए कोयला क्षेत्र में निजी क्षेत्र को मौका देने केन्द्र भी अब कमर कस चुका है। ऐसे में हमारा सिंगरौली औद्योगिक जगत को न केवल राहत दे सकता है बल्कि रोजगार के नए अवसरों को सृजन भी करेगा। माना जा रहा है कि यदि शासकीय स्वीकृतियों के इंतजार में फाइलों में कैद 11 कोल ब्लॉक्स को ओपन किया जाए और तीन स्वीकृत कोल ब्लॉक के काम में तेजी लाएं तो अकेले सिंगरौली में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लगभग एक लाख लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और हजारों करोड़ की पूंजी का निवेश होगा। भारी मशीनरी और भारी वाहनों की आवश्यकता बढऩे से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी नई ऊर्जा का संचार होगा। 
उल्लेखनीय है कि सुलियरी कोल ब्लॉक एपीएमडीसी को, अमिलिया कोल ब्लॉक टिहरी और ढोंगरीताल कोल ब्लॉक गोवा को एलॉट हो चुका है लेकिन अभी इन कोल परियोजनाओं का काम भूमि अधिग्रहण से लेकर तमाम शासकीय स्वीकृतियों के इंतजार में फाइलों से बाहर नहीं आ पा रहा है। सबसे पहले इन्हें हरी झंडी दी जानी चाहिए। इसके बाद छत्रसाल कोल ब्लॉक, महान और माड़ा टू महान कोल ब्लॉक जो पहले क्रमश: रिलायंस, एस्सार और दिल्ली व हरियाणा की ज्वाइंट वेंचर कंपनी इन्द्रप्रस्थ को दिए गए थे, की नीलामी प्रक्रिया तेजी से होनी चाहिए। जानकारों की मानें तो इन 6 कोल ब्लॉक पर काम शुरू होने से ही सिंगरौली में भारी आर्थिक निवेश होगा।
कोल इंडिया के पास हैं 11 कोल ब्लॉक 
जानकारों के अनुसार कोल इंडिया के पास फिलहाल 11 कोल ब्लॉक हैं। इनमें ढोंगरी ताल-1, पटपहरा, गुरबहरा सेंट्ल, गुढ़बहरा नार्थ, गुढ़बहरा साउथ    
मर्की बरका ईस्ट, मर्की बरका वेस्ट, बरका, इंगुढ़ी, पुरैल, सर्रा टोला शामिल हैं। बताया जाता है कि इनमें ढोंगरी ताल एक को छोड़कर शेष सभी में कोल रिजर्व काफी नीचे है, जिसके लिए अंडरग्राउंड माइंस के लिए ही काम करना होगा। जानकारों का कहना है कि सीएमपीडीआई ने इन्हें 2020 के मददेनजर ही लगभग 15 साल पहले प्रस्तावित किया था। एनसीएल के अधिकारी भी नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं कि यह हमारे प्रोजेक्ट हैं। हालांकि कोल सेक्टर के जानकारों की मानें तो इन्हीं 11 में से कोल ब्लॉक्स प्राइवेट क्षेत्र के लिए खोले जा सकते हैं। 
दो पर ऑक्शन की तैयारी 
उल्लेखनीय है कि सिंगरौली में दो नए कोल ब्लॉक शुरू करने के लिए प्रक्रिया जनवरी में ही प्रारंभ हो गई थी। इनमें एक है सरई के समीप मर्की बरका तो दूसरा है महान कोल ब्लॉक अमिलिया के समीप स्थित धिरौली कोल ब्लॉक। इन दोनों कोल ब्लॉक की तकनीकी जानकारी देते हुए कोयला मंत्रालय ने इनके ऑक्शन की प्रक्रिया को शुरू करने की हरी झंडी दी थी। अब कयास लगाए जा रहे हैं इनकी नीलामी प्रक्रिया में तेजी आएगी। 
 

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