इंजेक्शन का रिएक्शन:  बेहोशी के ढाई हजार इंजेक्शन डम्प, जांच के लिए भेजे जा रहे सेंट्रल लैब

इंजेक्शन का रिएक्शन:  बेहोशी के ढाई हजार इंजेक्शन डम्प, जांच के लिए भेजे जा रहे सेंट्रल लैब

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-04 17:58 GMT
इंजेक्शन का रिएक्शन:  बेहोशी के ढाई हजार इंजेक्शन डम्प, जांच के लिए भेजे जा रहे सेंट्रल लैब


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा।  मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड में सोमवार रात जच्चा-बच्चा की मौत के बाद आशंका जताई गई थी कि बेहोशी के इंजेक्शन के रिएक्शन से प्रसूता ने दम तोड़ा है। मेडिकल कॉलेज के निश्चेतना विशेषज्ञ की इस सूचना से अस्पताल प्रबंधन में हड़कम्प मच गया था। इस मामले में बुधवार को ड्रग इंस्पेक्टर विवेकानंद यादव जिला अस्पताल के स्टोर रूम पहुंचे। ड्रग इंस्पेक्टर ने यहां से तीन सेम्पल जब्त किए है। इन सेम्पलों को जांच के लिए कलकत्ता सेंट्रल लैब भेजा जा रहा है।  
इसके अलावा स्टोर रूम में रखे ढाई हजार बेहोशी के इंजेक्शन को डम्प कर दिया गया है। सेंट्रल लैब से जांच रिपोर्ट आने तक इन इंजेक्शनों को उपयोग में नहीं लिया जाएगा। ड्रग इंस्पेक्टर विवेकानंद यादव ने बताया कि गायनिक और सर्जिकल विभाग के ऑपरेशन थिएटर से वापस लाए गए बेहोशी के इंजेक्शन, स्पाइनल निडिल और सामान्य निडिल के सेम्पल लिए गए है। इन सेम्पलों को जांच के लिए कलकत्ता सेंट्रल लैब भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
एमपीपीएचसीएल के माध्यम से खरीदी-
जिला अस्पताल द्वारा एमपीपीएचसीएल से दवा की खरीदी की जाती है। इस सोसायटी से पिछले जनवरी माह में तीन हजार बेहोशी के इंजेक्शन मंगवाएं गए थे। इनमें से लगभग पांच सौ इंजेक्शन अभी तक उपयोग में लाए जा चुके है। शेष लगभग ढाई हजार इंजेक्शनों को सील कर स्टोर रूम में ही रखा गया है।
इमरजेंसी में बाजार से की खरीदी-
जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड और सर्जिकल वार्ड के ऑपरेशन थिएटर में रोजाना दर्जनों ऑपरेशन होते है। बेहोशी के मौजूदा इंजेक्शनों का उपयोग बंद करने के बाद प्रबंधन द्वारा बुधवार को बाजार से बेहोशी के इंजेक्शन खरीदे गए है। इमरजेंसी में दोनों ऑपरेशन थिएटरों में 50-50 बेहोशी के इंजेक्शन दिए गए है।
यह है पूरा मामला-
जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड की ओटी में सुक्लूढाना निवासी गर्भवती संजना पति संजीत कहार (26) के सीजर के दौरान लगे बेहोशी के इंजेक्शन के बाद झटके आने लगे थे। बीपी बढऩे के साथ अन्य जटिलताओं की वजह से उसे आईसीसीयू में भर्ती किया गया। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। इस मामले में मेडिकल कॉलेज के निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ.अश्विनी पटेल ने आशंका जताई थी कि बेहोशी के इंजेक्शन के रिएक्शन की वजह से महिला की मौत हुई है।  
दूसरे मामले में जांच टीम गठित-
सोमवार को सांवरी की एक गर्भवती महिला रीना की मौत के मामले में परिजनों ने लापरवाही के आरोप लगाए थे। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने मेडिकल कॉलेज की टीम को जांच के आदेश दिए है। टीम जांच कर प्रबंधन को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके अलावा बेहोशी के इंजेक्शन से रिएक्शन की आशंका के मामले में भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा जांच कराई जा रही है।

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