मौसम ने अचानक बदली करवट और चला झमाझम बारिश का दौर
मौसम ने अचानक बदली करवट और चला झमाझम बारिश का दौर
डिजिटल डेस्क, नागपुर/अमरावती। दिन भर तेज तपन के बाद शनिवार रात संतरानगरी में बादल जमकर बरसे। उपराजधानी के कई इलाकों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। मौसम में ठंडक रही। अचानक बारिश होने से अफरा-तफरी भी मची। वाहन चालक इधर-उधर आशियाना तलाशते दिखे। दिवाली त्योहार से ही रोजाना शाम को हल्की बूंदाबांदी शुरु हो गई थी। इसके बाद शनिवार रात मौसम में ठंडर घुल गई। आपको बता दें मौसम विभाग ने विदर्भ और मराठवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी दी थी। साथ ही कृषि विभाग ने किसानों को फसलों को सुरक्षित रखने की अपील की थी।
बेमौसम बारिश से शहर हुआ जलमग्न
उधर अमरावती में शुक्रवार शाम बेमौसम बारिश हुई। इसके बाद शनिवार शाम तेज बारिश से शहर तरबतर हो गया। इस दौरान सोयाबीन, ज्वार, कपास की फसल का नुक्सान हुआ। शुक्रवार शाम दर्यापुर, मोर्शी, वरूड़, तिवसा, चांदुर रेलवे, आदि तहसील में बूंदाबांदी हुई। जिस कारण किसानों का काफी नुक्सान हुआ। शनिवार को तेज बारिश से इलाके में पानी जमा हो गया।
विभाग की सलाह
बारिश से पहले कृषि विभाग ने सलाह दी थी कि किसान उपज को सुरक्षित रखने की तैयारी करें। खेतों में काटी हुई फसल और कृषि उत्पन्न बाजार समिति में बेचने के लिए लाए गए माल को अच्छे से ढंक कर रखने को कहा गया था। साथ ही बिजली चमकने के दौरान किसानों को सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा गया। जानवरों को सुरक्षित जगह पर रखने की अपील की गई। अंदेशा लगाया जा रहा था कि विदर्भ के जिलों में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही 21 और 22 अक्टूबर को भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई थी।
सेलू में फसल बर्बाद
सेलू में भी बेमौसमी बारिश के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। तेज बारिश से जमीन पर गिरा कपास सूख गया। कटाई के लिए तैयार सोयाबीन बारिश के कारण भीग गया। जिससे किसान परेशान नजर आ रहा है। बेमौसमी बारिश से किसानों को झटका लगा है। उधर खरीदी शुरू नहीं होने से किसानों की परेशान और बढ़ी है। राज्य सरकार ने दिपावली के मुहूर्त पर कपास पणन महासंघ एवं सीसीआई मार्फत खरीदी शुरू नहीं हुई, एसे में किसानों ने व्यापारियों को कपास बेचने का मन बना लिया है। इस बार कपास का भाव 5,000 रूपए प्रति क्विंटल रहने की संभावना जताई गई है।