कोरबा : चाहिये समय पर बेहतर इलाज तो, कोरोना जांच के समय बतायें सही पता, मोबाइल नम्बर

कोरबा : चाहिये समय पर बेहतर इलाज तो, कोरोना जांच के समय बतायें सही पता, मोबाइल नम्बर

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-09-29 09:59 GMT
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डिजिटल डेस्क, कोरबा। कलेक्टर ने जनमानस से की अपील, कोरोना नियंत्रण के लिये सहयोग की अपेक्षा कोरबा 28 सितंबर 2020 कोरोना संक्रमण के जांच की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिलते ही यदि मरीज को तत्काल बेहतर इलाज की सुविधा चाहिये तो उन्हें जांच के दौरान अपना सही पता और मोबाईल नम्बर दर्ज कराना चाहिये। सही पता और मोबाइल नम्बर से कोरोना संक्रमित की पहचान करना स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिये आसान होता है और इससे संक्रमित मरीज के घर तत्काल पहंुच कर उसे जरूरी इलाज की सुविधा समय पर उपलब्ध करायी जा सकती है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना संक्रमण की जांच रिपोर्ट में कई मरीजों के पते सही या पूरे नहीं होने और मोबाइल नम्बर गलत होने से बनी विपरीत परिस्थितियों को स्वमेव ही संज्ञान में लिया है। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज, उनके परिजनों की सुरक्षा के साथ-साथ अन्य दूसरे लोगों को संक्रमण से बचाने के लिये प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहयोग करने की अपील लोगों से की है। श्रीमती कौशल ने लोगों से यह भी अपील की है कि कोरोना जांच के लिये अपना सैम्पल देने के दौरान उपस्थित स्वास्थ्य कर्मी को स्वयं के बारें में पूरी जानकारी सही-सही दें। अपना नाम, पूरा पता, घर के आसपास का कोई पहचान चिन्ह या माइलस्टोन, खुद का सही मोबाइल नम्बर ही जांच रजिस्टर में दर्ज करायें ताकि पाॅजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज को इलाज के लिये समय पर सम्पर्क कर बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। जिले में कोरोना जांच की पाॅजिटिव मिली रिपोर्टाें में से कुछ संक्रमितों के पते पूरे नहीं होने या सही नहीं होने के कारण उन तक स्वास्थ्य कर्मी को पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही मरीजों के मोबाइल नम्बर गलत होने के कारण उनसे सम्पर्क नहीं हो पाता है। ऐसी परिस्थितियों में कोरोना संक्रमित मरीज को समय पर अनुशंसित इलाज नहीं मिल पाता है जो स्वयं उसकी जान के लिये खतरनाक है। इसके साथ ही गलत या अधूरे पते या गलत मोबाइल नम्बर के कारण संक्रमित से सम्पर्क नहीं होने से उसे कोविड अस्पताल तक लाने में भी असुविधा और देरी होती है जिससे मरीज के खुद के परिजन, बच्चों और आसपास के लोगों के भी संक्रमित होने का डर भी बना रहता है। देर से इलाज मिलने पर मरीज खुद भी गंभीर अवस्था में पहुंच सकता है और बीमारी के कारण उसकी जान भी जा सकती है। स्वयं को जल्द से जल्द बेहतर इलाज से कोरोना से मुक्त करने, अपने और अपने आसपास के लोगों को संक्रमित होने से बचाने के लिये जांच कराने के समय लोगों को अपने सही और पूरे पते तथा सही मोबाइल नम्बर स्वास्थ्य कर्मियों को नोट कराना चाहिये ताकि उन्हें पाॅजिटिव रिपोर्ट मिलने पर समय रहते इलाज की बेहतर सुविधा मिल सके और अन्य लोगों को भी संक्रमित होने से बचाया जा सके। क्रमांक 531/रात्रे/नागेश/

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