लोकसभा : नेशनल हाईवे मरम्मत, रेलवे लाइन के शीघ्र निर्माण सहित नागपुर-नागभीड़ नैरोगेज का उठा मुद्दा

लोकसभा : नेशनल हाईवे मरम्मत, रेलवे लाइन के शीघ्र निर्माण सहित नागपुर-नागभीड़ नैरोगेज का उठा मुद्दा

Tejinder Singh
Update: 2019-11-26 13:52 GMT
लोकसभा : नेशनल हाईवे मरम्मत, रेलवे लाइन के शीघ्र निर्माण सहित नागपुर-नागभीड़ नैरोगेज का उठा मुद्दा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रावेर से लोकसभा सदस्य रक्षा खडसे ने मंलवार को सदन में अपने संसदीय क्षेत्र से गुजरने वाले नेशनल हाईवे सड़क की भारी बारिश से हुई खराब हालत की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया और मांग की कि इसे कम से कम वाहन चलाने की स्थिति में लाने के लिए इसके मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरु कराया जाए। सांसद खडसे ने सदन को बताया कि भारी बारिश के चलते एनएच.6 की स्थिति बहुत गंभीर हो गई है। भुसावल से औरंगाबाद, भुसावल से धुलिया होते हुए गुजरात राज्य तक तथा भुसावल से अकोला, चिखली से आगे नांदुरा और खामगांव होते हुए नागपुर के सड़कों की स्थिति काफी खराब हुई है। इससे कार, बड़े ट्रक, ट्रेलर की बड़ी मात्रा में क्षति पहुंची है। सड़को की खराब हालत के कारण दुर्घटनाओं का स्तर बढ़ गया है। लिहाजा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से अनुरोध है कि वह इस ओर ध्यान देकर सड़कों के मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरु कराए।

रेलवे लाइनों का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कराए जाने की मांग

लातूर से भाजपा सांसद सुधाकर श्रंगारे ने मंगलवार को लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र में मंजूर तीन रेल लाइनों का सर्वेक्षण कार्य शीघ्र करवाकर रेल लाइनों का निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से पूरा कराए जाने की मांग उठाई। उन्होने सदन को बताया कि वर्ष 2018-19 में खानापुर-परली-वैजनाथ, लातूर रोड-परली वैजनाथ और परली वैजनाथ-घाटनान्दूर इन तीन रेल लाइनों का सर्वेक्षण किए जाने का अनुमोदन किया गया था। लगभग दो साल का समय होने के बावजूद इनका सर्वेक्षण का कार्य पूरा नही हो पाया है। उन्होने कहा कि इन रेल लाइनों के बन जाने इस क्षेत्र में रेल यातायात बुहत सुविधापूर्ण हो जाएगी, नई रेलगाड़ियों का चलाया जाना संभव होगा। साथ ही रेलवे के राजस्व में भी बढोतरी होगी।

तुमाने ने संसद में उठाया नागपुर-नागभीड़ आमान परिवर्तन का मसला 

इसके अलावा शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने लोकसभा में नागपुर-नागभीड़ नैरोगेज को ब्रॉडगेज में बदलने का मसला उठाया और सरकार से मांग की कि इस काम यथाशीघ्र पूरा किया जाए। उन्होने कहा कि इस आमान परिवर्तन से स्थानीय लोगों, व्यापारियों और छात्रों को काफी सहूलियतें होगी। तुमाने ने यह मसला आज निम्न सदन में नियम 377 के तहत उठाया। उन्होने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) ने वर्ष 2013-14 में 116 किलोमीटर नागपुर-नागभीड़ नैरोगेेज मार्ग को बंद कर इसे ब्रॉडगेज मंे बदलने की मंजूरी दी थी। तब रेलवे ने कहा था कि आमान परिवर्तन पर काम दिसंबर में शुरू होगा। इसे 21 महीने में पूरा करने का लक्ष्य था। सांसद ने कहा कि 1,400 करोड़ रूपये की नागपुर-नागभीड़ ब्रॉडगेज परियोजना भारतीय रेलवे और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम है जिसमें रेलवे और राज्य 280-280 करोड़ साझा करेंगे। इसमें 840 करोड़ रूपये कर्ज के माध्यम से आना है। उन्होने कहा कि इस लाइन के बनने से यात्री ट्रेनों के साथ-साथ उत्तर व दक्षिण की मालगाड़ियों के लिए सीधे लिंक का विकल्प होगा। इस लाइन के बनने से चंद्रपुर में खदानों से कोराड़ी और खापरखेड़ा में कंपनी के बिजली संयंत्रों केा कोयले की परिवहन दूरी कम होगी और इससे रेलवे को प्रतिवर्ष 152 करोड़ रूपये की बचत होगी।
 

Tags:    

Similar News