बच्चों में श्रीराम के गुण भरकर भारत को पुन जगत गुरु बनायें - आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर

बच्चों में श्रीराम के गुण भरकर भारत को पुन जगत गुरु बनायें - आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-08-06 07:44 GMT
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डिजिटल डेस्क, शाजापुर। शाजापुर संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा है कि भगवान श्रीराम भारतीय संस्कृति के प्राण हैं। हम आने वाली पीढ़ी को श्रीराम के सकारात्मकता, सदगुण और आध्यात्मिकता से भर दें, तो विश्व का कोई भी झंझावात उनको हिला नहीं पायेगा। यदि बच्चों में श्रीराम के गुणो की प्रतिस्थापना हुई, तो भारत की कालजयी, विश्व विजयी संस्कृति पुन: जगत गुरु के पावन पथ पर स्थापित होगी। मंत्री सुश्री ठाकुर ने यह बात बुधवार को साँची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के वैकल्पिक शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन आयोजित व्याख्यान माला में "सांस्कृतिक राष्ट्र के प्राण पुरुष श्रीराम" विषय पर बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि श्रीराम ने समता-युक्त, शोषण-मुक्त मूल्य आधारित जीवन का पाठ पढ़ाया। यदि मनुष्य राम के गुणों को अपनी जीवन-शैली में उतारे, तो वह नर से नारायण बन जायेगा। सुश्री ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 ने पूरे विश्व को अचंभित कर दिया है। सनातन जीवन-शैली को अपना कर कई रोगों से बचा जा सकता है। सूर्योदय और सूर्यास्त पर अग्निहोत्र करने से वातावरण शुद्ध होता है और रोगाणु दूर रहते हैं। उन्होंने जन्म-जयंती आदि दिवसों पर पौध-रोपण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक पौधा 10 हजार लीटर जल का संचय करता है। प्रकृति और परमात्मा से जुड़कर हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

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