जबरन अनशन से हटवाने पर बोलीं मेधा पाटकर- शिवराज ने की गांधी के सपनों की हत्या

जबरन अनशन से हटवाने पर बोलीं मेधा पाटकर- शिवराज ने की गांधी के सपनों की हत्या

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-07 17:16 GMT
जबरन अनशन से हटवाने पर बोलीं मेधा पाटकर- शिवराज ने की गांधी के सपनों की हत्या

डिजिटल डेस्क, धार। एमपी के धार में सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले पीड़ितों के हितों की लड़ाई लड़ रही मेधा पाटकर अपने 11 साथियों के साथ पिछले 12 दिनों से अनशन पर बैठी थीं। जिन्हें पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज करते हुए जबरन अनशन से हटा दिया है। अनशन से हटाए जाने के बाद मेधा पाटकर ने कहा कि आज पुलिस लाकर और कल पानी लाकर हमें विफल करने की जो सरकार की मंशा है, इसे हम देश में गांधी के सपनों की हत्या मानते हैं।

पुलिस ने ग्रामीणों पर बरसाईं लाठियां

पुलिस प्रशासन ने अनशन पर बैठे महिला-पुरुष और बच्चों को जबरन अनशन से हटाने की कोशिश की। इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर हाथापाई भी हुई और पुलिस ने लाठी बरसाते हुए पीड़ितों को अनशन से जबरन हटा दिया है। अनशन से हटाने के बाद पुलिस बीमार मेधा को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। इसके बाद अनशनकारियों ने भी पीछे-पीछे पुलिस को अपनी गिरफ्तारी दी।

मेधा पाटकर इंदौर के बांबे हॉस्पिटल में भर्ती

अनशन से हटाने के साथ ही करीब एक घंटे की अफरातफरी के बाद पुलिस ने बल प्रयोग के साथ मेधा पाटकर को उठाकर एंबुलेंस में सवार किया। मेधा पाटकर को उपचार के लिए इंदौर के बांबे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहां मीडिया को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।

कलेक्टर बोले- नहीं किया गिरफ्तार

जिला कलेक्टर ने मामले मेंं कहा है कि मेधा पाटकर को गिरफ्तार नहीं किया है बल्कि उनकी तबीयत के मद्देनजर इलाज के लिए इंदौर भेजा गया है। कहा कि मेधा पाटकर को इंदौर के बांबे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। कलेक्टर ने बल प्रयोग करने की बात को भी खारिज किया है।

देश में गांधी के सपनों की हत्या

जबरन अनशन से हटाए जाने के बाद मेधा पाटकर ने कहा कि आंकड़ों का खेल, कानून का उल्लंघन और केवल बल प्रयोग जो आज पुलिस लाकर और कल पानी लाकर हमें विफल करने की इनकी मंशा है, इसे हम देश में गांधी के सपनों की हत्या मानते हैं। बाबा साहेब के संविधान को भी न मानने वाले लोग राज पर बैठे हैं। मेधा ने कहा कि आज एमपी सरकार हमारे 12 दिन के अनशन पर बैठे हुए साथियों को गिरफ्तार करके जवाब दे रही है। ये अहिंसक आंदोलन का कोई जवाब नहीं है। मोदी जी के राज में, शिवराज जी के राज में एक गहरा संवाद नहीं हुआ, जो कुछ हुआ उस पर जवाब नहीं आया।

मेधा पाटकर की मांग "पूर्ण पुनर्वास हो"

मेधा पाटकर की मांग है कि इलाके के हर एक व्यक्ति का जब तक पुनर्वास नहीं हो जाए तब तक विस्थापन रोका जाए। अनशन से हटाए जाने के बाद और तबीयत खराब होने के बाद भी मेधा अपनी मांगों पर अडिग हैं और उनका कहना है कि पहले सरदार सरोवर के जो गेट बंद किए गए हैं, उन्हें खोला जाए। पूर्ण पुनर्वास हो, उसके बाद ही विस्थापन किया जाए। इसके लिए सरकार सीधे बातचीत करे।

मेधा की तबीयत खराब, शिवराज ने जताई चिंता

12 दिन के अनिश्चितकालिन उपवास के बाद मेधा पाटकर का स्वास्थ्य बिगड़ गया है। उन्हें इंदौर के बांबे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मेधा की बिगड़ती तबीयत को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान भी एक दिन पहले अपनी चिंता जता चुके हैं और उनसे उपवास खत्म करने का आग्रह कर चुके हैं। उन्होंने इंदौर के संभागायुक्त संजय दुबे, अपर सचिव चंद्रशेखर बोरकर के साथ भय्यूजी महाराज को शनिवार को मेधा से संपर्क करने भेजा था, मगर बात नहीं बनी।

गौरतलब है कि सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई 138 मीटर किए जाने से नर्मदा घाटी के 192 गांव और इनमें बसे 40 हजार परिवार प्रभावित होने वाले हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने 31 जुलाई तक पूर्ण पुनर्वास के बाद ही विस्थापन और बांध की ऊंचाई बढ़ाने का निर्देश दिया था। जहां नई बस्तियां बसाने की तैयारी चल रही हैं, वहां के हालत रहने लायक नहीं हैं।

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