निवाड़ी: 40 हज़ार से ज्यादा इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के युवा शामिल हुए माइक्रोसॉफ्ट की एआई कार्यशाला में

निवाड़ी: 40 हज़ार से ज्यादा इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के युवा शामिल हुए माइक्रोसॉफ्ट की एआई कार्यशाला में

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-12-21 08:21 GMT
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डिजिटल डेस्क, निवाड़ी। निवाड़ी प्रदेश के इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक के छात्रों को बेहतर प्लेसमेंट देने के उद्देश्य से तकनीकी शिक्षा विभाग और माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय अर्टिफिकीकल इंजीनियरिंग, मशीन लर्निंग और डाटा साइंस की कार्यशाला आयोजित की गयी थी। इस ऑनलाइन निशुल्क कार्यशाला में प्रदेश के लगभग 40 हज़ार छात्रों ने भागीदारी कर आधुनिक कोर्स को समझाऔर इसकी बारीकियों को सीखा। इंजीनियरिंग के छात्र 18 दिसम्बर और पॉलीटेक्निक के छात्र 19 दिसम्बर को इस कार्यशाला में शामिल हुए। तीन घंटे के इस ऑनलाइन सेशन में विषय-विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डाटा साइंस के लैब एक्सरसाइज से रू-ब-रू किया गया। छात्रों द्वारा बीस मिनिट में 30 प्रश्नो के उत्तर दिए गए। इन प्रश्नो के आधार पर उनका मूल्यांकन किया जायेगा। माइक्रोसॉफ्ट के प्रमाण पत्र के लिए 60 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था। छात्रों के इस मूल्यांकन परीक्षा के 48 घंटों में उन्हें लिंक दिया जायेगा जिसमे उन्हें परिणाम मिल सकेगा। इस लिंक के माध्यम से छात्र अपने रिकार्डेड सत्र को पुनः देख सकते है। तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा की डिजिटल साक्षरता आज की जरूरत है। हमें तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए बच्चों में ऐसी मानसिकता को विकसित करना होगा जहाँ वे सिर्फ इंजीनियरिंग के विभिन्न विषयों पर केन्द्रित न रहकर आधुनिकतम तकनीकों की व्यवहारिक जानकारी से भी पूर्ण रूप से वाकिफ हो। तकनिकी शिक्षा विभाग ने इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के छात्रों को बेहतर प्लेसमेंट मिल सके उसके लिए हमने उद्योगों के विशेषज्ञों से चर्चा की। रोजगार कौशल और उद्यमिता में सुधार लाने के लिए आइटी क्षेत्र तथा विभिन्न उद्योगों के हितधारकों के साथ परस्पर बातचीत कर यह निष्कर्ष पाया गया की सिर्फ स्नातक या स्नातकोत्तर के सर्टिफिकेट से काम नहीं चलेगा। विद्यार्थियों को तकनीक के माध्यम से समस्याओं को समझना और उनकी पहचान करना आना आवश्यक है। इसी कड़ी में हमने वर्चुअल एम्पलाईविलिटी कॉन्क्लेव-2020 का आयोजन कर देश के विभिन्न उद्योग घरानो से इन समस्यों पर बात की। माइक्रोसॉफ्ट, नास्कॉम फ्यूचर स्किल्स के सहयोग से प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज को आर्टिफिशल इंजीनियरिंग, मशीन लर्निंग और डाटा साइंस के बेसिक से रूबरू हो सके। भविष्य में भी हम ऐसे प्रयोग निरंतर करते रहेंगे और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने में सहयोग देंगे।

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