दर्दनाक सड़क हादसे में यात्रियों से भरी बस में लगी आग- 12 जिन्दा जले, 5-5 लाख रुपए सहायता की घोषणा

नाशिक दर्दनाक सड़क हादसे में यात्रियों से भरी बस में लगी आग- 12 जिन्दा जले, 5-5 लाख रुपए सहायता की घोषणा

Tejinder Singh
Update: 2022-10-08 15:36 GMT
दर्दनाक सड़क हादसे में यात्रियों से भरी बस में लगी आग- 12 जिन्दा जले, 5-5 लाख रुपए सहायता की घोषणा

डिजिटल डेस्क, नाशिक, सोमनाथ कोठुले। यवतमाल से मुंबई जा रही चिंतामणी ट्रैवल्स की यात्री बस सुबह करीब सवा पांच बजे नांदुरनाका स्थित मिर्ची होटल के पास टैंकर से टकरा गई। टैंकर से टकराने के बाद बस में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला। देखते ही देखते पूरी बस आग की लपटों में घिर गई। इस भीषण हादसे में बस में सवार 12 लोगों की झुलस कर मौत हो गई तथा 43 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में 10 पुरुष, एक महिला व एक बच्ची शामिल है। पुलिस के अनुसार शव इतनी बुरी तरह से जल गए हैं कि, उनकी शिनाख्त होना मुश्कि है। इसलिए डीएनए जांच के बाद ही मृतकों की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इस मामले में पंचवटी पुलिस थाने के  पुलिस उपनिरीक्षक प्रविण शिवाली देवरे ने  चिंतामणी ट्रैवल्स की बस (एमएच 29 एडब्लू 3100)  के चालक ब्रह्मनाथ सोयाजी मनोर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए सहायता की घोषणा

इस घटना पर राष्ट्रपति मुर्मु ने ट्वीट कर दुख जताया है। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटना स्थल का मुआयना किया तथा अस्पताल पहुंचकर घायलों की स्थिति का जायजा लिया। इसके साथ ही मुख्यंत्री शिंदे ने दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए व घायलों को 50-50 हजार रुपए सहायता की घोषणा की है। इस समय उनके साथ मंत्री गिरीश महाजन भी थे।

जांच के आदेश

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस संदर्भ में जिलाधिकारी से बात की गई है। बस में आग लगने के अनेक कारण बताए जा रहे हैं। कुछ लोगों के अनुसार चलती बस में आग लग गई थी। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि यात्रियों से भरी बस किसी टैंकर से टकराने के बाद बस में आग लगी थी।

नींद में थे यात्री

आड़गांव पुलिस के अनुसार, बस की यात्री क्षमता 30 यात्रियों की होने के बावजूद बस में कुल 55 यात्री यात्रा कर रहे थे। हादसे के समय अधिकतर यात्री सो रहे थे और उन्हें आग लगने के बाद बचने का मौका ही नहीं मिला, जबकि कुछ यात्रियों ने खिड़कियों से कूद कर अपनी जान बचाई, लेकिन वे घायल हो गए।

मृतकों के नाम

इस हादसे में मारे गए 12 लोगों की लाशें इतनी बुरी तहर से जल गई कि उनमें कई लोगों की शिनाख्त तक नहीं हो सकी। जिन चार लोगों की शिनाख्त हो सकी, उनमें अजय मोहन कुचनकार (16, मारेगांव मागरू, यवतमाल), उद्धव भिलंग (44, परोडी, मालेगांव वाशिम) ,लक्ष्मीबाई नागुराव मुधोलकर (50, विधि, लोणार, बुलढाणा)  व कल्याणी आकाश मुधोलकर (3, विधि, लोणार, बुलढाणा) शामिल हैं। शेष 8 यात्रियों की शिनाख्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।  

Tags:    

Similar News