शराब तस्करी करते अपने साथी के साथ पकड़ाया ट्रैफिक विभाग का पुलिस कर्मी

शराब तस्करी करते अपने साथी के साथ पकड़ाया ट्रैफिक विभाग का पुलिस कर्मी

Anita Peddulwar
Update: 2019-06-10 10:07 GMT
शराब तस्करी करते अपने साथी के साथ पकड़ाया ट्रैफिक विभाग का पुलिस कर्मी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चंद्रपुर के वरोरा पुलिस ने शराब तस्करी में नागपुर ट्रैफिक विभाग के एक सिपाही और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में सिपाही सचिन विनायक खांडे (33) और प्रणव हेमंत म्हैसकर (23), झिंगाबाई टाकली, मानकापुर निवासी है। सिपाही सचिन को कार में अवैध शराब की खेप ले जाते समय चंद्रपुर जिले के वरोरा थाने की पुलिस ने धरदबोचा। चंद्रपुर में शराबबंदी होने के बाद भी यह सिपाही शराब की तस्करी करते हुए पुलिस के हाथ लग गया। सचिन  सीताबर्डी ट्रैफिक विभाग में कार्यरत है। उसके पकड़े जाने की खबर मिलते ही इस विभाग के अन्य कुछ अधिकारी-कर्मचारियों के चेहरे की हवाइयां उड़ गई हैं। इस प्रकरण में सीताबर्डी  ट्रैफिक विभाग के दस्ता प्रमुख व अन्य कुछ कर्मचारियों पर गाज गिरने की चर्चा है।  सचिन शराब की तस्करी कर रहा है। वह डयूटी पर तैनात है या नहीं, यह बात उस दस्ते के प्रमुख को पता क्यों नहीं चल पा रही थी। इसे लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारी गंभीर हो गए हैं। सचिन ऑन ड्यूटी पकड़े जाने से कई लोगों पर जांच की आंच आ सकती है। 

पुलिस सूत्रों के अनुसार वरोरा के थानेदार उमेश पाटील को गुप्त सूचना मिली कि नागपुर मार्ग से कार क्र.-एम.एच.-31-ई.यू.-4873 में अवैध शराब की खेप आ रही है। पाटील ने कार को नागपुर-चंद्रपुर मार्ग पर वरोरा क्षेत्र में रोका। तलाशी लेने पर कार की डिक्की में 5 बॉक्स में 240 नग  180 एमएल विदेशी शराब, तीन अन्य बॉक्स में 144 नग 180 एमएल की दूसरी कंपनी की विदेशी शराब सहित करीब 9 लाख 35 हजार रुपए का माल जब्त किया। जांच में पता चला कि सचिन खांडे सीताबर्डी ट्रैफिक विभाग में  सिपाही है।  सचिन का साथी प्रणव म्हैसकर के बारे में कहा जा रहा है कि, वह एक जिलाधिकारी का भतीजा है। इसका कुछ पुलिस अधिकारियों से करीबी संबंध था। इसका ही फायदा वह उठाता था। इन दोनों के खिलाफ वरोरा थाने में शराब तस्करी का मामला दर्ज कर उन्हें गfरफ्तार किया गया। 

खाकी पैंट पहने हुए था आरोपी सचिन
जब सचिन को पकड़ा गया तब वह खाकी पैंट पहने हुए था। चर्चा है कि, शराब तस्करी में कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ था। कहा जा रहा है कि चंद्रपुर में शराब की खेप पहुंचाने के लिए कार में एक ट्रैफिक सिपाही को भेजा जाता था, ताकि माल पहुंचने में कोई रुकावट न आए। वरोरा पुलिस उक्त मामले की जांच कर रही है।  

ढाबा मालिक हुआ था गिरफ्तार 
सूत्रों के अनुसार नागपुर शहर पुलिस विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा ऑन ड्‌यूटी वर्दी में शराब की तस्करी करने की चर्चा थी। इसके पहले रामटेक के एक सिपाही व नागपुर के एक ढाबा कारोबारी को भी पकड़ा गया था। उसका ढाबा नागपुर- भंडारा रोड पर है। उसने ढाबे में ही शराब का गोदाम बना रखा था। ढाबा मालिक एक सिपाही की मदद से शराब की तस्करी किया करता था। इसका सारा माल चंद्रपुर जाया करता था। इस ढाबा मालिक के जेल जाने के बाद चंद्रपुर में दूसरे लोग अपनी अवैध शराब पहुंचाने लगे थे। बता दें कि, अवैध तस्करी पर रोक लगाने के मामले में एक पुलिस अधिकारी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। उसे वाहन से कुचलकर मार दिया गया था।  इस मामले में नागपुर के कई अवैध शराब कारोबारी पकड़े गए थे।

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