20-20 हजार में बेचे गए थे  4 मासूम, गन्ना फैक्ट्री के व्यापारी ने खरीदा था 

 20-20 हजार में बेचे गए थे  4 मासूम, गन्ना फैक्ट्री के व्यापारी ने खरीदा था 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-04 08:15 GMT
 20-20 हजार में बेचे गए थे  4 मासूम, गन्ना फैक्ट्री के व्यापारी ने खरीदा था 

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(वैढ़न)। मानव तस्करी के अवैध कारोबारियों की भेंट चढ़े, सरई के चारों मासूम बच्चों को पुलिस ने दिल्ली से बरामद कर लिया है। ये बच्चे जब सरई अपने घर पहुंचे तो इनकी दयनीय हालत देखकर इनके परिजनों के साथ हर किसी की आंखें छलक आयीं। बच्चों के साथ जो हैवानियत भरा बर्ताव किया जा रहा था उसकी छाप इनके शरीर और चेहरे पर साफ झलक रही थी। पुलिस को दिये गये अपने बयान में इन पीड़ित मासूमों ने अपने साथ हुये पूरे घटनाक्रम को बताया है।

मासूमों ने अपने गांव के ही ज्वाला प्रसाद साहू और उसका लडक़ा सूरज साहू पर आरोप लगाते हुये बताया है कि इन्हीं दोनों ने उन्हें बहला-फुसलाकर गांव के बाहर ले जाकर दिल्ली में 20-20 हजार रूपये में प्रदीप जाट नाम के एक व्यक्ति को बेच दिया था। यह इन बच्चों को हैवानों की बर्ताव करता था अलग-अलग जगहों पर काम कराता था और भोजन, कपड़े आदि भी नहीं देता था। बच्चों के बताये अनुसार प्रदीप जाट उन्हें दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में लेकर काम कराया। ऐसे में इसी दौरान मौका मिलते ही बच्चों ने अपने परिजनों को फोन करके अपने साथ हुये घटनाक्रम की जानकारी दी और मदद मांगी। 

ऐसे घर से ले गया सरई स्टेशन
ज्वाला और सूरज ने चारों नाबालिग बच्चों को लालच देकर कहा था कि हम तुम लोगों को ऐसी जगह ले जायेंगे जहां पर अच्छा खाना, कपड़ा, रहने के लिये जगह और पैसे भी मिलेंगे, लेकिन यह बात कोई बच्चा अपने माता-पिता को नहीं बताये। इसके लिये ज्वाला और सूरज ने चारों बच्चों को 17 नवंबर की सुबह एक घर के पास बुलाया था। लालच में आकर चारों बच्चे सुबह करीब 8-9 बजे ज्वाला-सूरज की बतायी हुई जगह पर जा पहुंचे। जहां से सूरज ने बाइक से दो-दो करके चारों बच्चों को सरई रेलवे स्टेशन ले गया। रेलवे स्टेशन पर पहले से इंतजार कर रहे ज्वाला ने बच्चों को समझाया कि उसने फोन पर बात कर ली है और किसी बच्चे को कोई तकलीफ नहीं होगी। 

कटनी से सावली ले जाकर बेचा
बयान में बच्चों ने पुलिस को बताया है कि सूरज चारों को लेकर ट्रेन से सीधे कटनी पहुंचा और फिर वहां से दूसरी ट्रेन से दिल्ली ले गया। इसके बाद दिल्ली से सावली रेलवे स्टेशन ले गया। जहां  प्रदीप जाट, सभी को लेकर अपने घर ककड़ीपुर ले गया यहां उसने बच्चों को दो दिन तक बंधक बनाकर रखा था। सूरज यहां पर 20-20 हजार प्रत्येक बच्चे का सौदा करके वापस पोखरीटोला सरई चला गया। 

भाग निकले आरोपी बाप-बेटे
अपने ही गांव के बच्चों को बेचने के आरोप की कलई खुलने के बाद आरोपी पिता-पुत्र ज्वाला और सूरज भी अपने गांव से फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
 

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