नहीं हुए पोस्टमार्टम, कैंडल मार्च निकालकर मांगा न्याय

-दौसा में महिला चिकित्सक की आत्महत्या से जुड़े मामले को लेकर चिकित्सा जगत में रोष नहीं हुए पोस्टमार्टम, कैंडल मार्च निकालकर मांगा न्याय

Abhishek soni
Update: 2022-04-01 16:49 GMT
नहीं हुए पोस्टमार्टम, कैंडल मार्च निकालकर मांगा न्याय


डिजिटल डेस्क जबलपुर। दौसा में महिला चिकित्सक की आत्महत्या से जुड़े मामले को लेकर शुक्रवार को मेडिको लीगलसोसायटी ऑफ जबलपुर ने दो घंटे तक मेडिकोलीगल कार्य बंद रखे। नेताजीसुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल विक्टोरिया में एमएलसी से जुड़े कार्य नहीं हुए। सुबह 10 से 12 बजे के बीच मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम नहीं हो पाए। जानकारी के अनुसार इस दौरान 4 शवों का पीएम नहीं हो सका। परिजनों के साथ पुलिस को भी इंतजार करना पड़ा। एमएलसी से जुड़े काम 12 बजे के बाद हुए। इस दौरान चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर घटना का विरोध किया। बता दें कि राजस्थान के लालसोट(दौसा) में डिलीवरी के दौरान महिला की मौत पर एफआईआर होने से परेशान महिला डॉक्टर के सुसाइड करने के मामले को लेकर शहर के चिकित्सा जगत में भारी रोष व्याप्त है। चिकित्सक लामबंद होकर अपने-अपने माध्यम से घटना की भत्र्सना करते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं।
सरकार पुलिस को जारी करे दिशा निर्देश
सोसायटी के प्रेसीडेंट डॉ. विवेक श्रीवास्तव के अनुसार पुलिस ने बिना जांच के धारा 302 में मुकदमा दर्ज किया, जबकि इस तरह के मामलों में मेडिकल निग्लिजेंस के अंतर्गत धारा 304ए का मुकदमा दर्ज किया जाता है। चिकित्सक गांवों में सुरक्षित हैं, यह विश्वास दिलानेे के लिए सरकार द्वारा पुलिस को उचित दिशा निर्देश जारी करने चाहिए। इस मौके पर सचिव डॉ. सतीष भया, उपाध्यक्ष डॉ. निधि सचदेवा, डॉ. मुकेश अग्रवाल, डॉ. शिवोहम शुक्ला, डॉ. वंृदा पटेल, डॉ. रामगोपाल, डॉ. लिबिन मौजूद रहे।
परिवार के साथ चिकित्सकों के लिए चाहिए न्याय
मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में भी घटना के प्रति विरोध दर्ज कराया गया। स्टूडेंट्स ने डीन कार्यालय से कैंडल मार्च निकालकर दिवगंत महिला चिकित्सक को श्रद्धांजलि दी। कैंडल मार्च में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जबलपुर शाखा के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस मौके पर आईएमए अध्यक्ष डॉ. पवन स्थापक, डीन डॉ. पीके कसार, अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा, डॉ. कविता एन. सिंह,डॉ. प्रियदर्शनी तिवारी, डॉ. अर्चना सिंह, डॉ. सोनल साहनी, डॉ. विनिता घनघोरिया समेत मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक और स्टूडेंट्स मौजूद रहे। इसके अलावा गैलक्सी अस्पताल के स्टाफ द्वारा भी दिवंगत महिला चिकित्सक को याद करते हुए 2 मिनिट का मौन रखा गया और चिकित्सकों के आत्मसम्मान और प्रतिष्ठा बरकरार रखने की मांग की गई।

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