मानवीय संवेदना की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से आंदोलन मजबूत होता है - योगेन्द्र यादव

और मेहनत करूंगा  मानवीय संवेदना की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से आंदोलन मजबूत होता है - योगेन्द्र यादव

Tejinder Singh
Update: 2021-10-22 16:18 GMT
 मानवीय संवेदना की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से आंदोलन मजबूत होता है - योगेन्द्र यादव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में मृतक भाजपा कार्यकर्त्ता शुभम मिश्रा के परिवार से मिलने के चलते संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से एक माह के लिए सस्पेंड जय किसान आंदोलन के योगेन्द्र यादव ने कहा है कि मैं मृतक भाजपा कार्यकर्त्ता शुभम मिश्रा के घर उनकी शान में नहीं, बल्कि उनके परिवार से शोक संवेदना व्यक्त करने गया था। उन्होने कहा कि अपने विरोधियों के भी दुख में शरीक होना इंसानियत और भारतीय संस्कृति के अनुरूप है। उनकी समझ रही है कि मानवीय संवेदना की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से कोई भी आंदोलन कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत होता है। हालांकि यादव ने शुभम के परिवार से मिलने के अपने निर्णय पर खेद जताते हुए कहा कि ऐसा करने से पहले मुझे मोर्चा के अन्य साथियों से बात करनी चाहिए थी। यहां जारी बयान में उन्होने इस बात पर भी दुख जताया कि इस खबर से किसान आंदोलन से जुड़े अनेक साथियों को ठेस पहुंची। उन्होने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की सामूहिक निर्णय प्रक्रिया का मैं सम्मान करता हूं और मिली सजा को सहर्ष स्वीकार करता हूं। यादव ने कहा कि किसान आंदोलन की सफलता के लिए मैं पहले से भी ज्यादा लगन से काम करता रहूंगा।


 

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